रायगढ़। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ में लव जिहाद का मामला सामने आया है। रायगढ़ जिले के कलेक्टर ऑफिस में एक महिला ने लिखित शिकायत दर्ज की है। शिकायत में महिला ने कलेक्टर से सुरक्षा करने की गुहार लगाई है। इसके साथ ही कार्रवाई की भी मांग की है। शिकायत में महिला ने लिखा कि, उसकी जान काे खतरा है। उसका पति उसे जान से मार डालेगा।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में पूरी आपबीती लिखी है। पीड़िता ने बताया कि, चार साल पहले ऑनलाइन माध्यम से उसकी गुलशन मनहस नाम के युवक से पहचान हुई थी। युवक ने पीड़िता को बताया था कि वह जम्मू का रहने वाला है। इसके बाद दोनों की दोस्ती हो गई। दोनों मोबाइल पर घंटों तक बातें करने लगे। कुछ महिने बाद दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद 2021 में गुलशन ने पीड़िता से कहा कि वह घर से भागकर आंध्रप्रदेश आ जाए। यहां वह दोनों शादी कर लेंगे। युवक की बातों पर भरोसा करके पीड़िता घर से भागकर आंध्रप्रदेश चली गई। इसके बाद आंध्रप्रदेश के व्रदापालम के मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली। जब पीड़िता ने गुलशन के परिवार के बारे में पूछा जाता तो हर बार वह बात को घुमा दिया करता था और गोलमोल जवाब देता था। बस इतना बोलता था कि ‘मैं अच्छा इंसान हूं, मैनें तुम्हें धोखा नहीं दिया है।’ इसी बीच सात दिसंबर 2022 को पीड़िता ने चेन्नई अस्पताल में एक पुत्र को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने गुरदीप रखा।
जब बेटा चार साल का हो गया तो युवक ने पीड़िता से कहा कि, चलो तुम्हें अपना घर दिखाता हूं। युवक की बातों से पीड़िता खुश हो गई। इसके बाद युवक पीड़िता और बेटे को जम्मू के कांदी नाम के गांव ले गया। पहले तो घर और परिवार को देखकर पीड़िता को शक हुआ कि युवक और उसका परिवार हिंदू नहीं है। इसके बाद पीड़िता आसपास पूछताछ करने लगी। चूंकि आसपास के लोग भी मुस्लिम परिवार थे, इसलिए उन्होंने युवक की सच्चाई पीड़िता को नहीं बताई।शंका होने के बाद वह उसके साथ रह रही थी। जब भी गुलशन घर में नहीं रहता था, तब पीड़िता आसपास घूमकर गुलशन के बारे में पूछताछ करती थी। इस बीच जब भी वह किसी मुस्लिम के घर में जाती थी, तब वो लोग हमेशा ही गुलशन पक्ष लेते थे और उसकी प्रशंसा करते थे। इसके बाद पीड़िता को लगा कि इस्लाम को मानने वालों से पूछकर या फिर उनसे मिलकर उसे गुलशन के बारे में हिंदू होने या न होने के विषय में कोई जानकारी नहीं मिल पायेगी।
इसके बाद पीड़िता ने आसपास में हिंदू परिवारों से गुलशन के बारे में पूछताछ की। इसके बाद पीड़िता को पता चला कि, गुलशन मनहस असल में रियाज अहमद है। जैसे ही पीड़िता को इस बात की जानकारी हुई उसने गुलशन को उसके परिवार के अन्य लोगों के सामने यह कहा कि तुम मुस्लिम हो झूठ बोलकर कि विवाह क्यों किया। इसके बाद गुलशन, उसके परिजन, आसपास के कुछ मुस्लिम परिजनों के अलावा आसपास के मुस्लिम और दो-तीन मौलवी थे, उन्होंने मुझे मुस्लिम धर्म स्वीकार करने के लिये कहा गया।
जब पीड़िता ने अपना धर्म बदलने से मना कर दिया तो युवक और उसके परिवार ने पीड़िता से मारपीट की। उसे खाना देना बंद कर दिया और कमरे में बंद करके रखा था। युवक ने पीड़िता को धमकाया कि, ‘इस्लाम अपना लो नहीं तो जीते जी तुम्हें मार दूंगा, तुम्हारे बच्चे की जान ले लूंगा और तुम जीवन भर इसी कैद में सड़ोगी।’ जब पीड़िता ने उनकी बात नहीं मानी, तब उसका खाना-पानी बंद कर दिया गया।
पीड़िता ने अपनी शिकायत में यह भी बताया है कि जब उसे कोई सहायता नहीं मिल रही थी तो उसने अपने बच्चे को लेकर कई बार वहां से निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफल नही हों पा रही थी। अंततः एक दिन जब उसके पास 265 रुपये थे, तब गुलशन के घर से कुछ कपड़े लेकर निकल गई और वहां से भागकर एक दिल्ली और फिर बार राजस्थान गई, लेकिन इस दौरान गुलशन मोबाइल की लोकेशन पता करके उससे बात कर बच्चे के बारे में ब्लैकमेल कर उसका पता लगा लेता था।
इस बीच लगभग पांच महीने तक उसका और उसके बच्चे का घर से निकलना बंदा करा दिया गया। किसी तरह समय मिलने पर वह छत्तीसगढ़ राज्य के पहुंची है। यहां व सरिया थाना क्षेत्र के भिखमपुरा गांव पहुंची और कुछ दिन वहां रुकने के बाद रायगढ़ जिला मुख्यालय पहुंचकर गुलशन उर्फ रियाज अहमद पुत्र अहमद दीन के खिलाफ शिकायत करते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।