रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। रायपुर-दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव का बिगुल बज चुका है और भाजपा ने दक्षिण से पूर्व सांसद सुनील सोनी प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। इधर, कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे के नामांकन पत्र खरीदने के साथ ही कांग्रेस के आंतरिक कलह पर सियासत गर्म हो गई है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि कांग्रेस में अब आंतरिक कलह दिखने लगी है। नामांकन खरीदने के मामले में प्रमोद दुबे का कहना है कि हाईकमान ने अभी प्रत्याशी तय नहीं किया है, उन्होंने केवल नामांकन पत्र ही खरीदा है। इसमें किसी भी प्रकार से विवाद होना सही नहीं है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दुबे ने कहा कि एक उपमुख्यमंत्री का यह उलझा हुआ बयान है। वे इस प्रकार से गलत दिशा में बयानबाजी कर रहे है। नामांकन पत्र खरीदना एक सामान्य प्रक्रिया है। पार्टी इसके बाद जिसका नाम तय करती है। वह चुनाव लड़ता है तथा बाकी बैठ जाते है। नामांकन पत्र भरने की पूरी प्रक्रिया में तीन से चार दिन का समय लगता है, इसके चलते बहुत से दावेदार नामांकन खरीदते है। इसमें किसी भी प्रकार से अंतर्कलह या झगड़े वाली बात नहीं है।

भाजपा ने जैसे ही सुनील सोनी को प्रत्याशी घोषित किया, वैसे ही इंटरनेट मीडिया में चर्चा शुरू हो गई कि अब सोनी के खिलाफ कौन लड़ेगा। हालांकि कांग्रेस भी जल्द ही प्रत्याशी घोषित करेगी। बतादें कि भाजपा की टिकट मिलने की दौड़ में प्रदेश कोषाध्यक्ष नंदन कुमार जैन, रायपुर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष संजय श्रीवास्तव, प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता समेत कई नेता थे। अब सोनी को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद यह तय हो गया कि बृजमोहन की जगह वही लेंगे। हालांकि यह बात चुनाव परिणाम आने के बाद ही तय हो पाएगी।

इधर, रविवार को होने वाले कांग्रेस के कार्यकर्ता सम्मेलन में कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने की संभावना है। इंटरनेट मीडिया में केवल रायपुर-दक्षिण विधानसभा उपचुनाव ही छाया हुआ है और राजनीतिक दलों के कुछ नेता तो सीधे-सीधे यह टोह लेने की कोशिश कर रहे है कि उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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