जशपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। जिले के बगीचा विकासखंड में महिला एवं बाल विकास विभाग ने सख्त कदम उठाते हुए 1 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और 4 सहायिकाओं को सेवा से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। यह कार्रवाई उनके लंबे समय से अनुपस्थित रहने और कार्य में लापरवाही बरतने के बाद की गई।
आधिकारिक आदेश जारी :
बगीचा जनपद पंचायत के सीईओ और परियोजना प्रशासक प्रमोद सिंग ने बताया कि इन कर्मियों के लंबे समय तक ड्यूटी पर उपस्थित न रहने के कारण उनके खिलाफ जांच की गई। जांच में दोषी पाए जाने के बाद विभाग ने उनकी सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया। इस संबंध में विधिवत आदेश जारी कर दिया गया है।
सेवा समाप्त कर्मियों के नाम>
जिन कर्मियों को सेवा से हटाया गया है, उनके नाम निम्नलिखित हैं:
सिलीचिन पैंकर बम्बा – आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, राहरपारा
संगीता तिर्की – सहायिका, नन्हेसर
कु. असिन्ता भगत – सहायिका, तम्बाकछार
मंजू भगत – सहायिका, कदमपारा, कुरडेग
सरस्वती बाई सरबकोम्बो – सहायिका, सुकबासुपारा, कुचाडीपा

कार्य में लापरवाही को लेकर सख्त रवैया :
महिला एवं बाल विकास विभाग ने स्पष्ट किया कि आंगनबाड़ी केंद्रों की सुचारू गतिविधियों और बच्चों तथा महिलाओं के कल्याण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग ने यह कदम इन केंद्रों की कार्यप्रणाली को सुदृढ़ और प्रभावी बनाने के लिए उठाया है।
आने वाले समय में और सख्त कार्रवाई के संकेत :
विभाग ने संकेत दिया है कि भविष्य में भी ऐसी लापरवाहियों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे, ताकि महिलाओं और बच्चों के विकास से जुड़ी योजनाओं का लाभ सुचारू रूप से हर जरूरतमंद तक पहुंच सके।