रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की गिरफ्तारी के पूर्व दो हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के शराब घोटाला मामले में अदालत में जो दस्तावेज पेश किए गए हैं, जिसमें पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड का भी नाम इसमें शामिल है।

बताया जा रहा है कि ईडी के वकील द्वारा कोर्ट में पेश दस्तावेज के मुताबिक पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर और अरुण पति त्रिपाठी का गिरोह विवेक ढांड के संरक्षण में काम कर रहा था।

लाभार्थी के रूप में शामिल इनका नाम :
जानकारी के मुताबिक शराब घोटाले को लेकर ईडी ने ईओडब्लू के द्वारा दर्ज किए गए अपराध का हवाला देते कोर्ट में जानकारी दी कि, अनिल टुटेजा से पारिवारिक संबंधों और अनवर ढेबर ने अपने राजनीतिक प्रभाव का फायदा उठाते हुए सीएसएमसीएल के प्रबंध निदेशक अरुणपति त्रिपाठी के साथ मिलकर शराब आपूर्ति और उत्पादन की दर में वृद्धि कर बदले में डिस्टलरी मालिकों से अवैध कमीशन और लाखों रुपए प्राप्त किया है। इस तंत्र को पार्ट ए कहते है। जिसके अंतर्गत अनिल टुटेजा, अरुण पति त्रिपाठी और अनवर ढेबर से मिलकर बना शराब का यह गिरोह ढांड के संरक्षण में काम किया जा रहा था। लेकिन शराब घोटाला में ईडी ने विवेक ढांड को भी लाभार्थी के रूप में शामिल होना बताया गया है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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