कांकेर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से लगातार भालुओं के हमले की घटनाएं सामने आ रही हैं. लेकिन इन घटनाओं से भी ग्रामीण सबक लेने को तैयार नहीं हैं. नरहरपुर वन परिक्षेत्र के इमली पारा गांव में आज एक मादा भालु ने रिहायसी इलाके के सूने मकान में दो शावकों को जन्म दिया है. वहीं इसकी सूचना मिलने पर ग्रामीण शावकों को देखने जा पहुंचे, भनक पड़ते ही मादा भालु आक्रामक हो गई और ग्रामीणों पर हमला करने दौड़ पड़ी. ग्रामीणों ने किसी तरह वहां से भागकर अपनी जान बचाई.

बता दें, बीते दिनों भालुओं ने डोंगरकट्टा गांव में 2 लोगों को मौत की नींद सुला दिया और दो लोगों को घायल भी किया है. उनका इलाज अब भी अस्पताल में जारी है. वहीं एक और गांव कुर्रूभाट में मॉर्निंग वॉक पर निकले एक व्यक्ति पर एक साथ तीन भालुओं ने हमला कर उसकी खोपड़ी खोल दी. उसका भी इलाज फिलहाल जारी है.

आज भी ग्रामीण अगर मादा भालु के हाथ आते, तो फिर कोई बड़ी अनहोने हो सकती थी. लगातार वन विभाग की तरफ से सतर्क करने और हमले की खबर मिलने के बाद भी ग्रामीण सबक नहीं ले रहे हैं. फिलहाल भालु के शावकों ने जहां जन्म दिया है (नरहरपुर गांव के इमलीपारा), वहां वन विभाग के कर्मचारी अलर्ट मोड पर मौजूद हैं. साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को भालू के पास न जाने की समझाइश दी है. गौरतलब है कि मादा भालू अपने शावकों को लेकर बेहद संवेदनशील होती है. ऐसे में उसके निकट जाना खतरे से खाली नहीं है. वन विभाग की टीम ने गांव में मुनादी कर सबको भालू के विषय में सूचना दी है.

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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