रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ में मुख्य आयकर आयुक्त कार्यालय द्वारा कांट्रेक्टर फर्म में किए गए आयकर सर्वे में संचालकों ने 21 करोड़ रुपए की अघोषित आय सरेंडर की है. टीम ने बुधवार को ऐश्वर्या चेम्बर तेलीबांधा स्थित अग्रवाल ग्लोबल इंफ्राटेक प्रा.लि. (Agrawal Global Infratech Private Limited) के कार्यालय में सर्वे की कार्रवाई शुरू की थी.
यह कार्रवाई मुख्य आयकर आयुक्त अपर्णा करण, प्रधान आयकर आयुक्त प्रदीप कुमार हेडाऊ और संयुक्त आयकर आयुक्त वीरेन्द्र कुमार सिंह के निर्देश पर की गई थी. सर्वे टीम का नेतृत्व आयकर उपायुक्त राहुल मिश्रा ने किया. सूत्रों के अनुसार दो दिन की जांच में की गई दस्तावेज और बुक्स की छानबीन में मिली वित्तीय अनियमितताओं के बाद संचालकों ने अघोषित आय स्वीकार की है. जांच में खर्चे ज्यादा दिखाए जाने और प्राफिट कम दर्शाने के भी प्रमाण मिले हैं. सर्वे टीम ने कुछ दस्तावेज के साथ ही मोबाइल, लैपटाप के डिजिटल डेटा का बैकअप भी ले लिया है. इसके आधार पर ही अब सर्वे रिपोर्ट तैयार की जाएगी. संचालकों को 15 मार्च तक अग्रिम कर के रूप में करीब साढ़े छह करोड़ रुपए जमा करने कहा गया है. टीम ने जांच में मिले दस्तावेज के आधार पर संचालकों का बयान भी दर्ज किया है. ज्ञात रहे कि फर्म रोड, ब्रिज और कारिडोर निर्माण से सम्बद्ध है. इनके प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ के साथ ही महाराष्ट्र और झारखंड में भी है.
स्टील-पावर, रियल इस्टेट कारोबारियों की जांच जारी :
आयकर अन्वेषण जबलपुर के नेतृत्व में स्टील पावर, एक रियल इस्टेट कारोबारी फर्म और बीएमएस ग्रुप में आयकर छापे की कार्रवाई तीसरे दिन भी जारी रही. बताया जाता है कि अभी भी रायपुर, जगदलपुर और रायगढ़ में मौजूद अफसर दस्तावेज और डिजिटल रिकार्ड खंगाल रहे हैं. कार्रवाई की रिपोर्ट सीधे मुख्यालय को भेजी जा रही है. आपको बता दें, Agrawal Global Infratech Private Limited में Rakesh Agrawal, Abhishek Agrawal, Manoj Agrawal, R.K. Gupta उच्च पदों पर पदस्थ है.