बालोद/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 14 नवंबर को बाल दिवस धूम-धाम से देश और प्रदेश में मनाया गया। बच्चों को इस मौके पर जगह-जगह किताबें और पेन बांटकर उनका उल्लास भी बढ़ाया गया। बाल दिवस के मौके पर प्रदेश के बालोद जिले के कलेक्टर कुलदीप शर्मा भी अलग ही अंदाज़ में नजर आए। घरौंदा में पहुंचकर मानसिक रुप से दिव्यांग बच्चों के साथ वे हंसी-मजाक-खेल-कूद करते हुए नजर आए। उन्होंने बच्चों में चॉकलेट का भी वितरण किया और बच्चे काफी खुश नजर आए। देखकर ऐसा लगा मानो कुछ समय के लिए कलेक्टर कुलदीप शर्मा का बचपन लौट आया हो। उन्होंने बच्चों के साथ समय बिताते हुए उनसे बहुत सारी बातें की, उनके उज्जवल भविष्य के लिए किसी भी प्रकार का कसर ना छूटने की बात भी कही।
बता दें राज्य सरकार से संचालित समाज कल्याण विभाग के इस घरौंदा में ऐसे दिव्यांग बच्चे रहते हैं, जो बचपन से कम विकसित हो पाए है। यहां उनका मानसिक विकास कराया जाता है और कराया जा रहा है। इस अवासीय संस्थान में चिकित्सक व कर्मचारियों के विशेष प्रयास से ये मंदबुद्घि बच्चे अब कंप्यूटर भी चलाना सीख गए हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम नृत्य, खेलकूद भी कर रहे हैं। ये युवा लिफाफा बनाना भी सीख रहे हैं। सभी दिव्यांगों को विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है। समय-समय पर हर सप्ताह स्वास्थ्य जांच व विशेष खान-पान के साथ हो रही देखभाल से इन दिव्यांगों में धीरे-धीरे मानसिक विकास हो रहा है। घरौंदा के चिकित्सक का कहना है कि आने वाले साल दो साल में ये दिव्यांग पूरी तरह स्वस्थ हो जाएंगे।