रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। आईएनएस चिल्का पर मंगलवार को भारतीय नौसेना के अग्निवीरों का पहले बैच ने पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। कुल मिलाकर 2,585 अग्निवीर इस पासिंग आउट परेड में शामिल हुए। नौसेना अग्निवीर की पासिंग आउट पाउड परेड की खासियत ये रही कि पहली बार 273 महिलाएं भी अग्निवीर के तौर पर Indian Navy में शामिल हुईं। इन्हीं महिला अग्निवीरों में छत्तीसगढ़ की 19 वर्षीय हिशा बघेल भी शामिल थीं, जिनके लिए पासिंग आउट परेड सुख और दुख दोनों को लेकर आया।

हिशा छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर हैं। लगभग 2,600 रंगरूटों के पहले बैच में 273 महिला भी शामिल थीं। इस बैच ने 28 मार्च को ओडिशा के आईएनएस चिल्का में अपना प्रारंभिक प्रशिक्षण पूरा किया और भारतीय नौसेना में शामिल हुईं। हिशा के की सफलता पर उनकी मां बेहद खुश हैं।

परिवार ने नहीं दी थी पिता के मौत की खबर :
हिशा बघेल का परिवार दुर्ग जिले से लगभग 15 किमी और राजधानी रायपुर से 50 किमी दूर बोरीगार्का गांव में रहता है। हिशा के बड़े भाई कोमल बघेल ने बताया, “वह अप्रैल के दूसरे सप्ताह में घर आ रही है। हमने अभी तक उसे अपने पिता की मृत्यु के बारे में नहीं बताया है। हम नहीं चाहते थे कि पिता की मौत की खबर सुनकर उसका सपना प्रभावित हो। 3 मार्च, 2023 को हिशा के पिता संतोष बघेल की मौत हो गई। उन्हें कैंसर था। जब पिता की मौत हुई तब हिशा की ट्रेनिंग का लास्ट फेज चल रहा था। उसके बाद परिवार ने फैसला किया कि वो हिशा को इस दुखद समाचार के फैसले से दूर रखेंगे। पिता के मौत की जानकारी नहीं होने से वो अपनी ट्रेनिंग पूरी कर सकेगी।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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