रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का केन्द्रीय नेतृत्व एक्टिव है। केन्द्रीय गृहमंत्री तीन बार रायपुर का दौरा कर चुनावी रणनीति बना चुके हैं। इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी का फोकस उन 50 विधानसभा सीटों पर है। जहां 2018 में हार जीत का अंतर बहुत कम था। बीजेपी संगठन ने ऐसी 50 सीटों की लिस्ट तैयार की है। वहीं, दूसरी तरफ सीएम भूपेश बघेल को भी घेरने के लिए प्लान बनाया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने एक अंदरूनी सर्वे भी कराया है। इस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, विधानसभा की 50 ऐसी सीटें हैं जहां दोनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर हो सकती है। आइए जानते हैं विधानसभा चुनाव में अपने ‘मिशन फिफ्टी’ को पूरा करने के लिए बीजेपी के पांच प्वाइंट क्या-क्या हैं।

घर-घर दस्तक देंगे कार्यकर्ता :
विधानसभा चुनाव के लिए अभी करीब तीन महीने का समय बचा हुआ है। ऐसे में बीजेपी ने अपने मिशन 50 को साधने के लिए कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारी देने का प्लान बनाया है। बीजेपी कार्यकर्ता आम लोगों के घर-घर जाएंगे। इस दौरान कार्यकर्ता आम जनता को राज्य सरकार की नाकामियों के बारे में बताएंगे।

केन्द्र सरकार के योजनाओं की तारीफ :
राज्य में विधानसभा चुनाव किसके नेतृत्व में होगा अभी तक पार्टी ने साफ नहीं किया है। विधानसभा चुनाव के लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने मोर्चा संभाला है। कार्यकर्ताओं को मोदी सरकार की विशेष उपलब्धियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। ताकि कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर केन्द्र सरकार की योजनाओं के बारे जानकारी दे सकें। इसका लाभ कैसे मिलेगा इसकी भी जानकारी दें। इसके लिए हर लेवल में मॉनिटरिंग भी की जा रही है।

बड़े नेताओं की रैली और सभाएं :
बीजेपी ने जिन 50 विधानसभा सीटों को चुना है उसके लिए केन्द्रीय नेतृत्व लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। बस्तर इलाके को साधने के लिए हाल ही में पार्टी ने इस इलाके के बड़े चेहरे लता उसेंडी को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। इसके साथ ही पार्टी की योजना है कि इन विधानसभा सीटों पर पार्टी के बड़े नेताओं की रैली और सभा करवाकर माहौल बनाने की कोशिश की जाए।

पीएम मोदी की रैलियों पर फोकस :
बीजेपी ने जिन 50 विधानसभा सीटों को चुना है उसमें पीएम मोदी की जनसभा करने की योजना तैयार की जा रही है। अगले महीने पीएम मोदी जगदलपुर में चुनावी जनसभा को संबोधित कर सकते हैं। फिलहाल पीएम मोदी के यहां पहुंचने की तारीख तय नहीं है। पार्टी का फोकस है कि पीएम मोदी की रैली ऐसी सीटों पर कराई जाए जहां से एक साथ कई विधानसभा सीटों को कवर किया जा सके।

प्रभावशाली संगठन को जोड़ने की कोशिश :
बीजेपी ने 90 विधानसभा सीटों के लिए अपना सर्वे कराया था। इस सर्वे रिपोर्ट को केन्द्रीय नेतृत्व को सौंपा गया था। जिसके बाद तय किया गया है कि बीजेपी के साथ राज्य के उन संगठनों को जोड़ा जाए जिनका प्रदेश की राजनीति में प्रभाव है। इसके साथ ही सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ग्राउंड लेवल पर रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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