नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। देश भर में चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देने वाला हाईप्रोफाइल चोर लोकेश श्रीवास उर्फ गोलू का चोरी करने का तरीका भी अनोखा है। वह आराम से वारदात को अंजाम देता है। चोरी की वारदात करने से पहले वह घंटों भूखा रहता है। दिल्ली के उमराव सिंह ज्वेलर्स में वारदात के दौरान वह 20 घंटे भूखा रहा था। निजामुद्दीन के जंगपुरा में स्थित उमराव सिंह ज्वेलरी शोरूम में उसने कोल्ड ड्रिंक पीकर 20 घंटे निकाले। आरोपी लोकेश वारदात करने से पहले पूरी तरह रेकी करता है और लोगों से पूरी जानकारी लेता है। आरोपी महंगी कारों का शौकीन है। इसके पास से थार कार बरामद की गई है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली में इसने जो 40 किलो सोना चुराया था उस दौरान वह वहां इमारत में 20 घंटे भूखा रहा था। वह तसल्ली के कई घंटों तक वारदात को अंजाम देता है। वह घटनास्थल पर किसी तरह के सबूत छोड़कर नहीं जाता है। इस पुलिस अधिकारी ने बताया कि वह रविवार की सुबह यानी 24 सितंबर को सुबह जंगपुरा में शोरूम की रैकी करने गया था। यहां पर वह कई घंटे रहा था। इसके बाद वह कहीं चला गया। रात के समय वह शोरूम के बाहर किसी व्यक्ति से बात करता है। इसके बाद शोरूम में अंदर चला गया।
सबसे पहले सीसीटीवी कैमरे तोड़े :
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अंदर जाकर इसने सीसीटीवी तोड़ दिए थे। इसके बाद इसने स्ट्रॉग रूम काटा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार लोकेश रविवार रात करीब 11.45 में उमराव सिंह शोरूम में घुसा था। इसके बाद वह सोमवार शाम करीब 7.30 बजे शोरूम से निकल रहा था। इस दौरान उसने कुछ भी खाया-पीया नहीं। उसे शोरूम में रखे फ्रीज में कोल्ड ड्रिंक मिल गई थी। उसने कोल्ड ड्रिंक पीकर रात व पूरा दिन गुजारा था।
इस तरह की वारदात :
रविवार : 24 सितंबर
सुबह 9.30 बजे : रेकी करने जंगपुरा स्थित शोरूम पहुंचा।
रात 11.45 बजे : शोरूम में घुसा, अंदर आते ही उसकी फोटो कैद हो गई।
सोमवार : 25 सितंबर
शाम 7.30 बजे : चोरी कर आभूषण के साथ शोरूम से बाहर निकला। ऑटो से कश्मीरी गेट पहुंचा।
रात 9.15 बजे : लोकेश कश्मीरी गेट बस अड्डे पर था। यहां से इसने छत्तीसगढ़ के लिए वोल्वो ली।
रात 10.40 बजे : लोकेश की लोकेशन जेवर के पास एक्सप्रेस वे पर आ रही थी। इसके बाद उसने मोबाइल बंद कर दिया।
मंगलवार : 26 सितंबर
सुबह : आरोपी ने मध्यप्रदेश में मोबाइल ऑन किया। इसके बाद इसकी लोकेशन छत्तीसगढ़ में आई।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने दिए इनपुट :
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त राजेश देव ने बताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर मामले में मुख्य संदिग्ध के रूप में लोकेश श्रीवास की 28 सितंबर को पहचान की गई। इसकी फोटो उमराव सिंह शोरूम में 24 सितंबर को प्रवेश करते व 25 सितंबर को बाहर निकलते हुए कैद हुई फोटो से मेल खा रही थीं। दिल्ली पुलिस के दो इंस्पेक्टर विष्णुदत्त शर्मा व दिनेश को विमान से छत्तीसगढ़ भेजा गया था।
जब कलेक्टर ने जिले से किया था बाहर :
लोकेश से कवर्धा शहर के लोग भी परेशान हैं। ये उमेश बाजार, सलूजा स्टील, सपना मोबाइल शॉप में चोरी कर चुका है। यहां तक कि उसपर मंदिर की दानपेटी चुराने के कई केस थाने में दर्ज हैं। इसके अलावा उसने दुर्ग, खैरागढ़ और गंडई में भी चोरी की है। तीन साल पहले तब कवर्धा के कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने उसे कबीरधाम जिला समेत चार जिलों की सीमा से एक साल के लिए तड़ीपार कर दिया था। तब लोकेश कबीरधाम, राजनांदगांव, बेमेतरा और मुंगेली से निष्कासित (जिला बदर) था।
आरोपी के चोरी के चर्चित मामले :
लोकेश के चर्चित मामलों में आंध्र प्रदेश के विजयनगर स्थित ज्वेलरी की दुकान से छह किलो सोना चुराया। तेलंगाना में 40 किलो सोना, उड़ीसा में ज्वेलरी शॉप से 500 ग्राम सोने के जेवरात, राजनांदगांव के गंडई से सात लाख कीमत के सोने-चांदी के जेवर, दुर्ग के पारख ज्वेलर से लगभग चार करोड रुपए के हीरे, सोने- चांदी के जेवर, दुर्ग स्थित बजाज शोरूम से नौ लाख की चोरी जैसे मामले शामिल रहा हैं।