बालोद/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। शराब के सेवन और बिक्री से न जाने कितनों के घर उजड़े, कितनों की जान गई, कई घरों में लड़ाई झगड़े का कारण भी शराब बनी। इन्हीं चीजों से परेशान हो कर छत्तीसगढ़ के बालोद जिले का गांव घुमका में शराबबंदी की गई है। लेकिन यहां खास बात यह है कि अवैध शराब की बिक्री पर गांव के लोगों ने खुद बहुत नियम बना दिए हैं। यही नहीं इस गांव में ग्रामीणों और महिलाओं ने हाईटेक ढंग से कड़ाई से शराबबंदी करने का फैसला लिया है। साथ ही जो लोग अभी अवैध शराब की बिक्री कर रहे थे उनसे अर्थदंड वसूला गया, जिस पैसे से अब गांव में सीसीटीवी लगा कर ऐसे लोगों पर नजर रखी जाएगी।
दरअसल घुमका गांव में अवैध शराब की बिक्री को लेकर एक सार्वजनिक बैठक का आयोजन किया गया। ग्रामीणों और महिलाओं ने इसके खिलाफ आवाज बुलंद की। बैठक में महिलाओं को आगे रखा गया। फिर पूछा गया कि गांव में कौन लोग शराब की बिक्री कर रहे हैं। उसके बाद कुछ लोग सामने आए और अवैध रूप से शराब बेचने की बात कबूल की। इन लोगों पर फिर 2-2 हजार रूपए का अर्थदंड लगाया गया। इसके बाद इन लोगों के जरिए कुछ और नामों का खुलासा हुआ।
शराब पीकर गाली-गलौच करने पर 20 हजार का अर्थदंड :
इन 7 लोगों से फिर 5-5 हजार रूपए जुर्माना वसूला गया। गांव में एक व्यक्ति शराब पीकर गाली-गलौच करता था, बैठक में उससे 20 हजार का अर्थदंड लिया गया और इस तरह महिलाओं ने करीब 65 हजार रूपए जमा किए। बैठक में फैसला लिया गया कि इस पैसे से 10 दिन के अंदर सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। जहां से शराब खरीदी–बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़ी निगरानी की जाएगी।
शराब बेचने और खरीदने वाले पर 51000 का जुर्माना :
बैठक में साथ ही फैसला लिया गया कि अगर आगे से कोई गांव में शराब बेचते या खरीदते पकड़ा गया तो उनसे 51000 रूपए का अर्थदंड लिया जाएगा। गांव में शराबबंदी को लेकर लिए गए सख्त फैसलों की हर जगह चर्चा हो रही है। साथ ही सीसीटीवी कैमरा की मदद से शराबबंदी को लागू करने के हायटैक तरीके की भी हर तरफ चर्चा हो रही है।