रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक और पूर्व उत्पाद शुल्क मंत्री कवासी लखमा (71) ने शराब घोटाले से हुई अपराध की आय का हिस्सा नकदी के रूप में प्राप्त किया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को दावा किया कि लखमा को हर महीने बड़ी संख्या में नकदी प्राप्त होती थी। ईडी ने इसे लखमा के खिलाफ प्रमुख सबूत बताया है।
संघीय एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत 28 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के रायपुर, सुकमा और धमतरी जिलों में लखमा और उनके बेटे हरीश लखमा के परिसरों पर छापे मारे थे। तलाशी अभियान लखमा के आवासीय परिसर में चलाया गया था।
ईडी अधिकारी का कहना है कि तलाशी अभियान के दौरान पता चला है कि लखमा ने उत्पाद शुल्क मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल दौरान नकदी के रूप में अपराध की आय प्राप्त की थी। अब निदेशालय अपराध की आय को नकद में इस्तेमाल करने से संबंधित सबूत इकट्ठा करने में सक्षम चुका है। छापों के दौरान कई डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड मौजूद थे।