बिलासपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में धान के अवैध भंडारण के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई जारी है. निगरानी समिति ने एक बार फिर से बड़ी कार्रवाई करते हुए दो अलग-अलग स्थानों से 6 लाख रुपए से अधिक मूल्य के 202 क्विंटल धान जब्त किया है. यह कदम कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर राजस्व, खाद्य, और मंडी विभाग की संयुक्त टीम ने उठाया है.अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ऐसी कार्रवाई सरकारी धान खरीदी के पूरे सीजन में जारी रहेगी.
खाद्य विभाग के अधिकारी अनुराग भदौरिया ने बताया कि 2 जनवरी को तखतपुर अनुविभागीय राजस्व अधिकारी के मार्गदर्शन में जांच अभियान चलाया गया. ग्राम जरेली में बीरबल जायसवाल के घर से 18 क्विंटल धान अवैध रूप से पाया गया, जिसके लिए कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए जा सके. मण्डी अधिनियम 1972 के तहत इस धान को जब्त कर लिया गया.
इनके घर पर छापा:
इसी प्रकार तहसील बेलतरा के ग्राम बैमा में राजस्व विभाग की टीम ने थोक व्यापारी नारायण साहू के संस्थान पर छापा मारा. मौके पर उपलब्ध 125 बोरी धान का सत्यापन किया गया. वहीं उप तहसील गनियारी के ग्राम गौबंद में नायब तहसीलदार और मंडी निरीक्षक की टीम ने जांच के दौरान कृषक परदेशी साहू के घर से 184 क्विंटल (455 कट्टे) धान अवैध रूप से भंडारित पाया. इस पर भी कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए, जिसके बाद धान को मण्डी अधिनियम के तहत जब्त कर लिया गया.
अफसर बोले- कार्रवाई जारी रहेगी :
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की प्रक्रिया चल रही है. इस दौरान धान व्यापारियों और कोचियों द्वारा अवैध भंडारण और विक्रय की घटनाओं पर सख्त निगरानी रखने के लिए शासन के निर्देशों का पालन किया जा रहा है. अधिकारियों ने यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए हैं कि अवैध धान व्यापार पर पूरी तरह अंकुश लगाया जाए. प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी अवैध धान भंडारण, परिवहन और व्यापार के मामलों पर इसी तरह सख्त कार्रवाई की जाएगी.