रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। विगत दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा मंत्रालय के सभी विभागों के सचिवों और विभागों मुख्यमंत्री साय ने शासकीय कामकाज में पारदर्शिता और कसावट लाने के साथ-साथ आमजनता से जुड़े मामलों का तत्परतापूर्वक त्वरित एवं प्रभावी निराकरण करने के निर्देश दिये गये थे।
क्रेडा में भी इसका असर दिखने लगा है। वैसे तो क्रेडा सी.ई.ओ. राजेश सिंह राणा द्वारा जब से कार्यभार ग्रहण किया गया है, तब से उनके द्वारा कार्यों की उत्कृष्ट गुणवत्ता एवं इसमे जीरो टॉलरेंस नीति को फलीभूत करने का कार्य भी श्री राणा द्वारा सतत् रूप से किया जा रहा है। साथ ही क्रेडा के कार्यालयों में अनुशासन के लिए भी हमेशा उनके द्वारा किये जाने वाले प्रयास सार्थक रूप से परिलक्षित होते रहते है। किन्तु दिनांक 02.01.2025 को सी.ई.ओ. क्रेडा के सख्त तेवर क्रेडा में देर से आने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर दिखाई दिया।
क्रेडा के सी.ई.ओ. श्री राणा द्वारा तड़के सुबह 10.15 बजे को क्रेडा के प्रधान कार्यालय रायपुर में अधिकारी/कर्मचारियों की उपस्थिति का जायजा लिया गया। बहुत से अधिकारी / कर्मचारी की समय पर उपस्थिति नहीं होने से सी.ई.ओ. क्रेडा ने ऐसे लापरवाह अधिकारी / कर्मचारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए पत्र जारी किया गया है।
प्राप्त जानकारी अनुसार सी.ई.ओ. क्रेडा द्वारा पत्र में ऐसे लापरवाही करने वाले जोनल, जिला व प्रधान कार्यालय के अनुपस्थित अधिकारी / कर्मचारियों का 01 दिवस के वेतन कटौती करने के निर्देश दिये गये हैं।इस पर तत्परता से कार्यवाही करते हुए एवं भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति ना हो. इसके लिए क्रेडा के प्रधान कार्यालय में बायोमेट्रीक मशीन लगा दी गई है। क्रेडा सीईओ के इस कदम के फलस्वरूप आज दिनांक 03.01.2025 से सबकी उपस्थिति बायोमेट्रीक मशीन के माध्यम से ही हो रही है, जिससे प्रशासनिक कसावट के क्षेत्र में मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन सुनिश्चित हो रहा है।