बस्तर। कुणाल सिंह ठाकुर। जिला बस्तर में क्रेडा द्वारा जल जीवन मिशन फेस-02 अंतर्गत ग्राम-छोटे बदरेंगा ग्राम पंचायत-रतेंगा-02, वि.खं. बस्तर, जिला-बस्तर में सोलर ड्यूल पंप (09 मीटर, 5000 लीटर) का स्थापना कार्य किया गया है। अवगत होना चाहेगें कि यह स्थल जिला मुख्यालय से लगभग 60 कि.मी. की दूरी पर सुदूर वन व चट्टानी क्षेत्र में स्थित है।

प्रारंभ में कार्यादेश के उपरांत इकाई द्वारा चट्टानी क्षेत्र होने के कारण कार्य करने में असमर्थता व्यक्त की जा रही थी, जिसे संज्ञान में लेते हुये क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा (आई.ए.एस.) द्वारा इकाईयों एवं क्रेडा के मैदानी अमले को यथाशीघ्र ग्रामीणों के लिए पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश देते हुये किसी भी स्थिति में कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया, जिसके फलस्वरूप 15 से 20 दिन तक लगातार चट्टानों को काटकर खुदाई की गई तदोपरांत फाउण्डेशन कार्य कर संयंत्र स्थापित किया गया।

वर्तमान में सोलर ड्यूल पंप की स्थापना से ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की उपलब्ध सुनिश्चित हो रही है। विदित हो कि सोलर ड्यूल पंप स्थापना के पूर्व ग्रामीण जन पेयजल हेतु ग्राम से दूर स्थित नदी, नाला, कुंआ तथा ग्राम में स्थापित हैण्डपंप पर निर्भर रहते थे, जिसमें उन्हें बहुत समय, शारीरीक कष्ट एवं परेशानियों का सामना करना पड़ता था। वर्षाकाल में यह ग्राम 03-04 माह हेतु अन्य ग्रामों से कट जाता है। ग्रामीणों का पेयजल के लिए सघर्ष करने से समय अधिक व्यतित होता था, इस कारण उनके अन्य दैनिक कार्य प्रभावित होते थे, किन्तु अब ग्राम में सोलर ड्यूल पंप स्थापित हो जाने से सुगमता से सभी परिवारों को शुद्ध पेयजल की प्राप्ति हो रही है, जिससे ग्रामीणों का समय भी बच रहा है एवं अन्य दैनिक कार्य भी आसानी से कर पा रहे हैं। इस प्रकार सोलर ड्यूल पंप ग्राम-छोटे बदरेंगा के ग्रामीणों के लिए बहुत लाभदायक व उपयोगी सिद्ध हो रहा है तथा पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ-साथ ग्राम पंचायत को किसी प्रकार के विद्युत देयक का वहन करना नहीं पड़ता है। ग्राम-छोटे बदरेंगा के जनसामान्य ने ग्राम में सतत् पेयजल की उपलब्धता कराये जाने से क्रेडा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के प्रति हृदय से आभार प्रकट किया।

“जल जीवन मिशन के तहत् बस्तर संभाग के अंदरूनी क्षेत्रों में निवासरत ग्रामीणों को पेयजल की सतत् उपलब्धता कराया जाना क्रेडा का प्रमुख लक्ष्य है। इस उद्देश्य से लगातार स्थापनाकर्ता इकाईयों व क्रेडा के मैदानी अमलों की संयुक्त सघन समीक्षा की जा रही है एवं इसके परिणामस्वरूप वनबाधित, वर्षाबाधित एवं नक्सलबाधित क्षेत्रों में भी क्रेडा द्वारा निर्धारित समयावधि में सौर ऊर्जा आधारित सोलर ड्यूल पंप की स्थापना कर उन्हें पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही बस्तर संभाग के चयनित अंदरूनी क्षेत्रों में प्रकाश व्यवस्था के लिए सौर ऊर्जा संयंत्रों के माध्यम से किये जाने का भी प्रयास क्रेडा द्वारा किया जा रहा है। जिससे इन क्षेत्रों में निवासरत जनसामान्य को समाज के मुख्यधारा से जोड़ा जा सके।” : राजेश सिंह राणा सीईओ क्रेडा

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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