बलौदा बाजार। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के बाजार में सब्जियों की आवक अधिक होने से दामों में लगातार कमी आ रही है। पिछले 15 दिनों से सब्जियों के दामों से राहत है। इससे आम वर्ग की थालियों में जहां जायका बढ़ रहा है, वहीं किसानों को लागत निकालना मुश्किल हो रहा है। व्यापारियों के मुताबिक, स्थानीय बाड़ियों से सब्जियों की ज्यादा आवक के चलते दामों में गिरावट आई है।

सब्जियों के गिरे हुए भाव के कारण से जहां एक ओर किचन के बजट में सुधार हुआ है। वहीं किसानों को सब्जियों की लागत निकालना मुश्किल हो रहा है। वहीं टमाटर की अगर बात करे तो, जिले में इस बार टमाटर की बंपर पैदावार हुई है, फिर भी किसानों की आंखों में आंसू हैं। उन्हें सब्जी मंडी में टमाटर के भाव दो रुपये प्रति किलो ही मुश्किल से मिल रहे हैं।

विक्रेताओं को नहीं मिल रही लागत :
इस बार टमाटर की बंपर आवाज से किसानों की लागत तो छोड़िए सब्जी विक्रेता तक की लागत नहीं निकल रही है। थोक मंडी में टमाटर 30 रु से लेकर 50 रु कैरट तक बिक रहा है। वहीं चिल्लर में टमाटर 10 रु में 3 किलो तक के बिक रहे हैं। स्थानीय सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि, अभी सब्जी बेचने में मुनाफा कम नुकसान ज्यादा है।

टमाटर के खरीददार नहीं मिल रहे :
टमाटर उत्पादकों का कहना है कि, उत्पादन लागत ही टमाटर के विक्रय मूल्य से तीन गुना लगती है। उधर थोक सब्जी विक्रेताओं के अनुसार, गर्मी के दिनों में सब्जियों के दामों में कमी आती है। इस समय टमाटर की जोरदार आवक होने के कारण टमाटर के मंडी में खरीदार नहीं मिल रहे हैं। इसके कारण टमाटर के भाव काफी कम हो गए हैं।

टमाटर के भाव में भारी गिरावट :
माह पूर्व तक अपने रंग अनुरूप सुर्ख भावों को लेकर चर्चा में रहने वाला टमाटर अब बे-भाव हो चुका है। हालत यह है कि, स्थानीय सब्जी मंडी में भाव नहीं मिल रहे हैं। सब्जी के थोक विक्रेता का कहना है कि, सब्जी मंडी में रोजाना 100 से 300 क्विंटल टमाटर की आवक हो रही है। लेकिन हालत यह हो गई है कि मात्र 2 से 3 रुपये किलो में टमाटर खरीदी की जा रही है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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