उत्तरप्रदेश/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। घर में भगवान गणेश जी की प्रतिमा सहित नवरात्रि में व्रत रखने से चर्चा में आईं उत्तर प्रदेश के अलीगढ की भाजपा नेत्री रूबी आसिफ खान ने एक बार फिर अजीबो गरीब बयान दिया है। रूबी आसिफ खान ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रबुद्ध सम्मेलन से हिंदू-मुस्लिम एकता को बल मिला है। बहुत मुस्लिम उस जनसभा में शामिल होने गए थे। उन्होंने कहा कि अब मुस्लिम समुदाय के लोग समझते जा रहे हैं कि भगवान श्रीराम ही हमारे पैगंबर थे। रूबी ने कहा कि सनातन धर्म सर्वश्रेष्ठ धर्म है। योगी आदित्यनाथ के आगमन से प्रबुद्ध सम्मेलन में मुस्लिम समाज के लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगाए।
जय श्रीराम की गूंज सुनकर वह भी खुश हैं। रूबी ने कहा कि जो हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम हुई है। उसे आज मुस्लिम समाज के लोग धीरे-धीरे समझते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू मुस्लिम सब एक हैं, सनातन धर्म ही एक धर्म है जहां सारे लोग हिंदू थे। मुसलमान बनाए गए, नीचे आकर सब को यह मान लेना चाहिए हम सब एक हैं कोई हिंदू है ना कोई मुसलमान है ओर ना कोई भेदभाव होना चाहिए और आज यह मुसलमान लोग जान गए हैं हमारे पैगंबर जो थे वह जय श्रीराम थे और कोई नहीं थे।
‘मैं भगवान और अल्लाह को मानती हूं और मानती रहूंगी’ :
रूबी ने कहा कुछ लोगों को यह नजर आ गया है कि कोई भेदभाव नहीं है और सब एक है। यह हिंदुस्तान है, सबको मिल जुल कर रहना है। सबको मिलजुल कर आगे बढ़ना है। भारत का नाम रोशन करना है। बस में यही चाहती हूं जो मुझे देखने को मिला है। सब ऐसे ही चलता रहे, इन सभी चीजों को लेकर कट्टरपंथियों के निशाने पर तो मैं शुरू से ही हूं और मुल्ला टाइप के लोग हैं और उनके निशाने पर हूं और रहूंगी। इससे में डरने वाली नहीं हूं।
उन्होंने कहा कि मैं भगवान और अल्लाह को मानती रहूंगी और मैं हमेशा ऐसे ही नमाज और पूजा-अर्चना करती रहूंगी। इससे पहले भी यह लोग मेरे खिलाफ फतवा जारी कर चुके हैं और मेरे परिवार को जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। मेरे और मेरे परिवार को कुछ भी हो सकता है, मेरे द्वारा पूर्व में भी जिला प्रशासन को इसकी लिखित में शिकायत दी गई थी, लेकिन परिवार को आज तक कोई सुरक्षा नहीं मिली है।
मेरे और मेरे परिवार को है जान का खतरा :
रूबी आसिफ खान हमेशा अपने इन बयानों को लेकर चर्चा में बनी रहती है। पूर्व में रूबी आसिफ खान के द्वारा नव दुर्गा व्रत रखा गया था। उससे पहले अपने घर में गणेश प्रतिमा स्थापित की थी। जिसे लेकर रूबी आसिफ खान चर्चा में आई और इसके बाद कुछ मौलानाओं के द्वारा फतवा जारी कर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा रूबी आसिफ खान को सुरक्षा मुहैया कराई गई थी, लेकिन कुछ दिन बाद ही रूबी आसिफ खान की सुरक्षा हटा दी गई। अब रूबी अपने और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं और वह मानती हैं कि उनके साथ कभी भी कोई घटना दुर्घटना घट सकती है, लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा उनके सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।