नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समाज सुधारक एवं आर्य समाज के संस्थापक महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में साल भर चलने वाले समारोहों का यहां रविवार को उद्घाटन करने पहुंचे हैं। यहां पर पीएम मोदी ने जाकर विधि विधान से यज्ञ किया है। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि, ‘जब किसी समाज में गुलामी की हीन भावना घर कर जाती है, तो आध्यात्म और आस्था की जगह आडंबर आना स्वाभिक हो जाता है। मनुष्य के जीवन में आत्मविश्वास हीन होता है और वह आडंबर के बल पर जीने की कोशिश करता है। ऐसी स्थिति में वेदों के बोध को महर्षि ने पुनर्जीवन दिया। उन्होंने समाज को दिशा दी। पीएम मोदी ने कहा, ‘महर्षि ने अपने तर्कों से सिद्ध किया कि खामी भारत के धर्म और पंरमपराओं में नहीं है बल्कि हम उनके वास्तविक स्वरूप को भूल गए हैं और विकृतियों से भर गए हैं।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘आप कल्पना करिये एक ऐसे समय में जब हमारे ही वेदों के विदेशी भाषियों को विदेशी नरेटिव को गढ़ने की कोशिश की जा रही थी। उन नकली व्याख्याओं के आधार पर हमे नीचा दिखाने की, हमारे इतिहास और परंपराओं को भ्रष्ट करने के प्रयास किए गए। तब महर्षि दयानंद के ये प्रयास एक बहुत बड़ी संजीवनी के रूप में समाज में एक नई प्राण शक्ति बनकर आगे आए। महर्षि जी ने सामाजिक भेदभाव, उच-नीच, छुआछूत ऐसी ही कई विकृतियों के खिलाफ एक सशक्त अभियान चलाया।’
इससे पहले पीएमओ ने एक बयान जारी किया था जिसमें कहा गया था कि, ‘1824 में जन्मे महर्षि दयानंद सरस्वती ने अपने समय की सामाजिक असमानताओं से निपटने के लिए आर्य समाज की स्थापना की थी।’ पीएमओ ने अपने स्टेमेंट में आगे कहा, आर्य समाज ने सामाजिक सुधारों और शिक्षा पर जोर देकर देश की सांस्कृतिक एवं सामाजिक जागृति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बयान में कहा गया है कि सरकार समाज सुधारकों और महत्वपूर्ण हस्तियों, विशेष रूप से उन लोगों को सम्मानित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनके योगदानों को अभी तक अखिल भारतीय स्तर पर उपयुक्त श्रेय नहीं दिया गया है।
बयान में कहा गया कि, भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस घोषित करने से लेकर श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने तक प्रधानमंत्री मोदी इस तरह की पहल का नेतृत्व आगे बढ़कर कर रहे हैं। वहीं बीजेपी के ट्विटर हैंडल ने आज सुबह महर्षि दयानंद सरस्वती को याद करते हुए एक पोस्ट भी किया था। बीजेपी ने इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ‘सत्यपथ के अविचल पथिक, मूर्धन्य विचारक व महान समाज सुधारक स्वामी दयानन्द सरस्वती जी को कोटि-कोटि नमन।’