मुंबई/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। महाराष्ट्र में इन दिनों सियासत गरमाई हुई है। इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा कि वह पूर्ववर्ती महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के समय तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष और वर्तमान उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एवं उनके सहयोगी भाजपा नेता गिरीश महाजन को गिरफ्तार कराने की प्लानिंग के गवाह थे। शिंदे ने दावा किया कि सरकार ने महाजन के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध अधिनियम 1999 को लागू करने की भी योजना बनाई थी। मैं उस बात को नहीं दोहरा सकता, जो मैंने उन्हें रोकने के लिए उस समय कहा था। शिंदे ने कहा, मैंने फैसला बदलने के बजाय बाद में पूरी सरकार ही गिरा दी और उन्हें घर पर बैठा दिया। योजना भारतीय जनता पार्टी को (गिरफ्तारी के जरिये) पीछे धकेलने की थी।
यदि जरूरत पड़ी, तो हम मामले में जांच शुरू करेंगे…
इस साजिश में शामिल लोगों पर मौजूदा सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही, इस पर शिंदे ने कहा, उन्हें सत्ता से बेदखल करना काफी है। मुझे अच्छी तरह पता है कि इस तरह की चीजों में कौन शामिल था। यदि जरूरत पड़ी, तो हम मामले में जांच शुरू करेंगे। फडणवीस ने जनवरी में मीडियाकर्मियों से बातचीत में पूर्ववर्ती उद्धव ठाकरे सरकार द्वारा उन्हें गिरफ्तार करने की योजना के बारे में दावा किया था। हालांकि, उस समय गृह मंत्री रहे राकांपा नेता दिलीप वाल्से पाटिल ने इस दावे को खारिज कर दिया था। इस समय, फडणवीस गृह विभाग का भी प्रभार संभाल रहे हैं, वहीं महाजन राज्य के चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान मंत्री हैं।
शिंदे ने विपक्ष पर साधा निशाना :
इससे पहले एकनाथ शिंदे ने राज्य विधानसभा के बजट सत्र की पूर्व संध्या पर परंपरागत चाय पार्टी का बहिष्कार करने पर रविवार को विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि अच्छी बात है कि आतंकवादी दाऊद इब्राहिम के साथ संबंध रखने वाले नहीं आए। उन्होंने कहा, विपक्षी दलों में कुछ लोग हैं जिनके दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के साथ रिश्ते थे। राज्य विधानसभा के सोमवार को शुरू हो रहे बजट सत्र का समापन 25 मार्च को होगा। बता दें कि हाल ही में उद्धव गुट को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। शिवसेना के नाम-निशान पर अब शिंदे गुट का दावा होगा।