रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। बीते कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ में मौसम ने अपना रुख बदलना शुरू कर दिया है। प्रदेश के कई जिलों में आंधी तूफान के साथ झमाझम बारिश हुई है, तो कुछ जगहों पर ओलावृष्टि भी देखने को मिला है। रायपुर में शुक्रवार की रात गरज चमक के साथ हल्की बारिश हुई है तो अन्य जिलों में भी हल्की बारिश और ओला गिरा है। शनिवार की सुबह रायपुर में हल्की धूप निकलने के साथ ही काले बादल छाए रहे है।

अंबिकापुर जिला में बिछी बर्फ की चादर :
उत्तरी छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को चक्रवात और द्रोणिका के असर से जमकर बारिश हुई और कई जगहों पर जमकर ओले पड़े। सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर, कोरिया व जशपुर जिलों में जमकर बारिश हुई। आंधी चलने के साथ ओले भी गिरे। मैनपाट, उदयपुर, रामानुजगंज में कंचों के आकार के ओले गिरे हैं। ओलों के कारण सब्जी और गेहूं की फसल को खासा नुकसान हुआ है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।

इन जिलों में गिरे ओले :
शुक्रवार को उत्तर छत्तीसगढ़ में मौसम का मिजाज चक्रवात व द्रोणिका के कारण बदल गया। दोपहर बाद आंधी चलने के साथ बारिश शुरू हुई। बारिश के साथ ही कई स्थानों पर जमकर ओले पड़े। सरगुजा जिले के उदयपुर, मैनपाट बतौली क्षेत्रों में बलरामपुर जिले के रामानुजगंज और बलरामपुर जिलों में कई स्थानों पर जमकर ओले पड़े हैं। अधिकांश स्थानों पर एक-एक सेंटीमीटर तक बारिश दर्ज की गई है।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट :
मौसम विभाग के अनुसार 04 अप्रैल तक चक्रवात का असर रहेगा और छिटपुट बारिश के साथ आंधी चलने की आशंका है। बारिश एवं ओले पड़ने से उत्तरी छत्तीसगढ़ में अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। शाम को उत्तरी छत्तीसगढ़ में हवाओं में ठंडक आ गई है।

आने वाले दिनों में कैसा रहेगा छत्तीसगढ़ का मौसम :
मौसम वैज्ञानिक संजय बैरागी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के ऊपर एक चक्रवात बना हुआ है। चक्रवात के प्रभाव से गरज चमक के साथ हल्की बारिश, ओलावृष्टि और आंधी तूफान आने वाले 1 सप्ताह तक देखने को मिल सकता है। इसका सबसे ज्यादा असर बस्तर और उसके आसपास के क्षेत्रों में देखने को मिलेगा।

चक्रीय चक्रवात उत्तर पश्चिम राजस्थान के ऊपर 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणिका की अनियमित गति तेलंगाना से मध्य उत्तर प्रदेश तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। जिसके प्रभाव से शनिवार को प्रदेश के एक दो स्थानों पर गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में गरज चमक के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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