नारायणपुर/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। घने जंगलों के लिए मशहूर छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ में अब स्थिति बदल गई है। अब, यहां के बच्चे स्कूल जा रहे हैं और क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अब एक ऑपरेशन थियेटर खुल गया है। राज्य के नारायणपुर जिले में स्थित अबूझमाड़ पांच हजार वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ है। अबूझमाड़ के ओरछा मुहल्ले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 24 मई को इस क्षेत्र के आदिवासियों के लिए किसी सपने से कम नहीं ऑपरेशन थियेटर का खुल जाना। दिलचस्प बात यह है कि यहां पहले ही दिन 30 मरीजों का ऑपरेशन किया गया।

यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना 1989 में हुई थी, लेकिन ऑपरेशन थियेटर के अभाव में यहां रहने वाले आदिवासियों को ऑपरेशन के लिए जिला मुख्यालय नारायणपुर या महाराष्ट्र जाना पड़ता है। ऑपरेशन थियेटर को एक माह के रिकार्ड समय में तैयार कर जिला खनिज न्यास कोष से कार्य स्वीकृत किया गया।

आदिवासियों की जरूरतें बहुत सीमित :
नारायणपुर के तत्कालीन कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी के अनुसार, अबूझमाड़ क्षेत्र में रहने वाले आदिवासियों को सब कुछ उपलब्ध है क्योंकि उनकी जरूरतें बहुत सीमित हैं। उनके लिए बाजार है, राशन मिलता है, लेकिन उन तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना बहुत जरूरी था। ऑपरेशन थियेटर बनने से वहां के आदिवासियों का विश्वास प्रशासन के प्रति और मजबूत होगा। जैसे ही ऑपरेशन थियेटर को शुरू किया गया, पहले दिन विशेषज्ञ डॉक्टरों ने 30 ऑपरेशन किए।

डॉक्टरों की बुलाई गई टीम :
ऑपरेशन करने के लिए नारायणपुर और कोंडागांव के डॉक्टरों की टीम को यहां बुलाया गया था। ऑपरेशन थियेटर के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नया भवन भी बनकर तैयार है, जहां जल्द ही ओपीडी की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। पुरानी इमारत में ऑपरेशन व एडमिशन की सुविधा बढ़ाई जाएगी, वहीं स्वास्थ्य केंद्र में ब्लड बैंक भी खोला जाएगा। मरीजों की जांच के लिए सोनोग्राफी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे जांच में आसानी होगी।

माओवादी घटनाओं में कमी :
माओवादी आतंक और भौगोलिक परिस्थितियों के कारण अबूझमाड़ में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना मुश्किल हो जाता है, लेकिन पिछले चार वर्षों में माओवादी घटनाओं में कमी आने के कारण अब कई सुविधाएं अबुजमढ़ तक पहुंच रही हैं। अबूझमाढ़ क्षेत्र के लिए सबसे महत्वपूर्ण विकास मासाहाटी सर्वेक्षण था। आजादी के 75 वर्षों के बाद पहली बार इस क्षेत्र में एक सर्वेक्षण किया गया था, जिससे अबूझमाड़ के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद युद्धस्तर पर सर्वे किया गया।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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