नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। भारत ने गुरुवार को रक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ओडिशा में एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से स्ट्रैटेजिक फोर्स कमान ने एक मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि -1 का ट्रेनिंग लॉन्च सफलतापूर्वक किया। इस मिसाइल की खासियत है कि यह उच्च स्तर की सटीकता के साथ लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है। मीडिया रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक रक्षा मंत्रालय के प्रमुख प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने कहा कि ट्रेनिंग लॉन्च के दौरान मिसाइल के सभी परिचालन और तकनीकी मानकों को सभी पैमानों पर परखा गया, जिसमें वो खरे उतरे।
बैलिस्टिक मिसाइलों की नई जेनरेशन :
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में, भारत ने ओडिशा के तट से ‘अग्नि प्राइम’ बैलिस्टिक मिसाइलों की एक नई जेनरेशन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि सभी परीक्षण उद्देश्यों को पूरा किया गया और ‘अग्नि प्राइम’ के लगातार तीसरे (और सफल) परीक्षण ने ‘सिस्टम की सटीकता और विश्वसनीयता स्थापित’ की है।
ऊंचाई से लक्ष्य को भेदने में सक्षम :
रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्रालय बताया कि बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-1 बहुत ऊंचाई से लक्ष्य पर मार करने में सक्षम हैं। अधिकारियों ने कहा कि रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल सिस्टम सहित कई ट्रैकिंग सिस्टम से प्राप्त डेटा का उपयोग करके इसके प्रदर्शन को मान्यता दी गई।
कई मिसाइलों को किया गया लॉन्च :
जानकारी के मुताबिक पहला परीक्षण पिछले साल जून में और दूसरा छह महीने बाद दिसंबर में हुआ था। अधिकारियों ने कहा कि उन दोनों मौकों पर भी मिसाइल टेस्टबुक पाथ का अनुसरण किया और उच्च स्तर की सटीकता के साथ मिशन के सभी उद्देश्यों को पूरा किया।
पांच हजार किलोमीटर तक मार करने की क्षमता :
बता दें कि भारत ने दिसंबर 2022 में बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का परीक्षण किया था। इस मिसाइल की खास बात ये है कि इसमें पांच हजार किलोमीटर तक के लक्ष्य को मार करने की क्षमता है। वहीं अग्नि-1 से लेकर अग्नि-4 तक के मिसाइलों की रेंज 700 किलोमीटर से 3,500 किलोमीटर तक है।