रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ को 7600 करोड़ के कई योजनाओं की सौगात दी है। साइंस कॉलेज ग्राउंड के मंच से उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने राज्य में चलाए जा रहे केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी दी। मंच पर भाजपा के कई मंत्री मौजूद रहे। लोकार्पण कार्यक्रम को पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने संबोधित किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम को संबोधित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेल, सड़क, पेट्रोलियम से जुड़ी 10 परियोजनाओं का शुभारंभ किया।
हम जितना मांगते हैं उससे ज्यादा मिलता है- भूपेश :
मुख्यमंत्री बघेल ने बेहद संक्षिप्त संबोधन में कहा कि हम लगातार केंद्र से मदद मांगते रहते हैं। प्रधानमंत्री जी से भी लगातार संपर्क में रहते हैं। जितना मांगते हैं उससे ज्यादा मिला है। आगे भी हम छत्तीसगढ़ की समृद्धि के लिए मांग करते रहेंगे।
PM ने अंतागढ़ स्टेशन से पहली ट्रेन रवाना की :
सड़क, पेट्रोलियम और दूसरे विभागों से जुड़ी योजनाओं के शुभारंभ के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाकर अंतागढ़ रेलवे स्टेशन से पहली ट्रेन रवाना की। बस्तर के इस इलाके को इसके साथ ही पहली ट्रेन मिली। ये प्रदेश के दूसरे हिस्सों से अब अंतागढ़ को जोड़ेगी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से यहां पहुंचे आयुष्यमान योजना के हितग्राहियों को सीधी मदद दी। नरेंद्र मोदी करीब 2 घंटे रायपुर में रहेंगे। 12:40 के आसपास रायपुर से यूपी के गोरखपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। राजधानी में हाईवे, रेलवे और स्वास्थ्य से जुड़े प्रोजेक्ट लॉन्च करेंगे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ की जनता से संवाद करेंगे।
रायपुर में 7600 करोड़ रुपए के विकासकार्यों की सौगात। जिनमें ये प्रमुख हैं..
छत्तीसगढ़ में पांच राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे।
जबलपुर-जगदलपुर राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे।
रायपुर-विशाखापट्टनम कॉरिडोर के 6 लेन की आधारशिला भी रखेंगे।
आयुष्मान भारत परियोजना के तहत आयुष्मान कार्ड का भी वितरण करेंगे।
अंतागढ़ से रायपुर के लिए नई ट्रेन की शुरुआत करेंगे। हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा की बड़ी बातें
9 साल पहले छत्तीसगढ़ के 30 फीसदी गांवों से ज्यादा में मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं थी अब यह 6 प्रतिशत रह गई है।
रायपुर-धनबाद, रायपुर-विशाखापट्टनम कारीडोर से यहां की विकास की नयी गाथा लिखी जाएगी।
रायपुर-धनबाद, रायपुर-विशाखापट्टनम कारीडोर से यहां की विकास की नयी गाथा लिखी जाएगी।
माइंस और मिनरल एक्ट बदले जाने के बाद छत्तीसगढ़ क अधिक पैसा मिला। 2014 में प्रदेश को 13 सौ करोड़ मिले थे, लेकिन 20-21 तक बढ़कर 2800 करोड़ रुपए रायल्टी मिलने लगी।
डीएमएफ राशि बढ़ी तो जिलों का विकास बढ़ा।
छग में 1 करोड़ 60 लाख से ज्यादा जनधन खाते खुले। इनमें गरीबों के 6 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा जमा हैं।
युवाओं को स्वरोजगार के लिए 40 हजार करोड़ रुपए से अधिक मदद दी गई है।
कोरोना काल में छत्तीसगढ़ के 2 लाख उद्यमियों को 5 हजार करोड़ रुपए की मदद दी।
60 हजार से ज्यादा रेहड़ी-पटरी वालों को नगद मदद दी गई।
मनरेगा में 25 हजार करोड़ रुपए की मदद दी।
आयुष्यमान योजना के तहत छग के 75 लाख लोगों को मदद की जा रही है।
आयुष्यमान कार्ड पूरे देश में कहीं भी मदद दिला सकता है।
विश्वास दिलाता हूं कि भारत सरकार छत्तीसगढ़ के हर व्यक्ति की मदद करती रहेगी।