नागपुर/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में एनसीपी तोड़कर सरकार में शामिल होने वाले डिप्टी सीएम अजित पवार की जबरदस्त प्रशंसा करते हुए कहा कि एनसीपी में पार्टी प्रमुख शरद पवार उनके साथ वर्षों से अन्याय कर रहे थे। इस कारण अजित पवार को अपने चाचा शरद पावर से अलग होना पड़ा।

मुख्यमंत्री शिंदे ने गढ़चिरौली में आयोजित एक कार्यक्रम में शनिवार को कहा कि एनसीपी में सालों तक अजित पवार के साथ अन्याय हुआ, वो सालों तक अपने चाचा शरद पवार के अन्यायपूर्ण फैसलों को सहते रहे लेकिन अंततः उन्हें एनसीपी से अलग होकर अपनी राह खुद बनाने पर मजबूर होना पड़ा। इसके साथ ही सीएम शिंदे ने अजित पवार को पूरा भरोसा दिलाया कि चाचा शरद पवार के साथ उनकी लड़ाई में भाजपा और शिवसेना उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। यह पहली बार था कि अजित पवार के एनसीपी से अलग होने और डिप्टी सीएम बनने के बाद वो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस के साथ मंच साझा कर रहे थे।

समाचार वेबसाइट द मीडिया पॉइंट के अनुसार सीएम शिंदे ने गढ़चिरौली में ‘शासन अपल्या दारी’ (सरकार आपके द्वार) योजना के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब अजित पवार चाचा शरद पवार से अलग होकर सरकार के साथ आये तो शिवसेना के विधायकों ने अजित पवार का जमकर स्वागत किया है और सारे मंत्री-विधायक अजित पवार के साथ मिलकर काम में बेहद उत्साहित हैं।

सीएम शिंदे का यह बयान बेहद दिलचस्प माना जा रहा है क्योंकि सियासी गलियारों में तैर रही खबरों की माने तो शिवसेना (शिंदे समूह) के विधायक अजित पवार की अगुवाई वाली एनसीपी के सरकार में शामिल होने से खासी नाराज मानी जा रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘शासन अपल्या दारी’ (सरकार आपके द्वार) योजना के लिए आयोजित कार्यक्रम में मौजूद डिप्टी सीएम अजित पवार से अपील की कि वह मंच पर बताएं कि कैसे उन्होंने सालों तक एनसीपी में शरद पवार के साथ काम करते हुए अन्याय को झेला है।

मुख्यमंत्री शिंदे ने उद्धव ठाकरे की शिवसेना में अपने साथ हुए अन्याय का जिक्र करते हुए कहा, “मुझे भी उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना में उसी तरह के कष्टकारी अनुभवों का सामना करना पड़ा था। इसलिए मैं चाहता हूं कि अजित पवार भी हर किसी को अपनी पीड़ा बताएं और सच्चाई को सामने आने दें।” सीएम शिंदे के भाषण के बाद अजीत ने कहा कि वो शुरू से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील और ऊर्जावान नेतृत्व में काम करना चाहते थे और इसी कारण लंबी जद्दोजहत के बाद उन्होंने आखिरकार भाजपा-शिवसेना सरकार में शामिल होने का फैसला किया है। इस मौके पर डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़नवीस ने अजित पवार को अपना ‘नूतन साथी’ बताते हुए कहा वे गढ़चिरौली में विकास सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बेहतर काम करेंगे ताकि लोगों के जीवन में तरक्की हो सके।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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