रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। प्रदेश में लगातार छापेमारी कर रही ईडी की टीम ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने IAS अधिकारी रानू साहू को गिरफ्तार किया है। रानू साहू को गिरफ्तार करने के बाद रायपुर के विशेष कोर्ट में पेश किया गया। ईडी ने ये कार्रवाई छत्तीसगढ़ कोल और लेवी घोटाले में की है। कोयला घोटाले में गिरफ्तार होने वाली रानू साहू दूसरी आईएएस अधिकारी हैं। इससे पहले ईडी ने समीर विश्नोई को गिरफ्तार किया था। फिलहाल वो जेल में हैं। आइए जानते हैं रानू साहू कौन हैं।
कौन हैं रानू साहू :
रानू साहू 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। अपने कामों को लेकर वो हमेशा सुर्खियों में रहती हैं। रानू साहू का जन्म छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में हुआ। रानू साहू के पति का नाम जयप्रकाश मौर्य है। वह मंत्रालय में सचिव हैं।
ट्रेनिंग से शुरू की थी UPSC की तैयारी :
रानू साहू का जब DSP के पोस्ट पर सिलेक्शन हुआ तो उन्होंने यूपीएससी क्लियर करने का फैसला किया। रानू साहू ने उसी समय से UPSC की तैयारी शुरू कर दी। 2010 में वो यूपीएससी के लिए सिलेक्ट हुईं और छत्तीसगढ़ कैडर की IAS अधिकारी बनीं।
कांकेर जिले में हुई पहली पोस्टिंग :
रानू साहू को बतौर कलेक्टर पहला जिला कांकेर मिला था। इसके बाद रानू साहू बालोद, कोरबा और रायगढ़ जिले की भी कलेक्टर रही हैं। वह मंत्रालय में कई अहम पद संभाल चुकी हैं। साहू फिलहाल राज्य कृषि विभाग में निदेशक हैं।
चारो जगहों पर सबसे अधिक है डीएमएफ और सीएसआर की राशि :
आपको बता दें, IAS अधिकारी रानू साहू जिन 4 जिलों में कलेक्टर रहीं हैं वहां डीएमएफ और सीएसआर की राशि प्रदेश के बाकी जिलों से अधिक है। ज्यादातर देखा गया है कि इन राशियों का इस्तेमाल IAS अधिकारी अपने और करीबियों के मुनाफे के लिए करते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार छापेमारी के बाद जांच के कुछ तार इन जिलों से भी जुड़ रहें हैं और ईडी कभी भी दस्तक दे सकती है।