नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। विधानसभा चुनाव 2023 पूर्ण हो चूका है। अब वोटो की गिनती होनी बाकी है। विधानसभा चुनाव परिणाम सामने आने में अब सिर्फ दो दिन का समय रह गया है। एक ओर राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं, वहीं हॉर्स ट्रेडिंग का डर भी सता रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अपने प्रत्याशियों को एकजुट करने में जुट गई है। तेलंगाना में मतदान खत्म होने के बाद पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव को लेकर एग्जिट पोल आ चुके हैं। राजस्थान, मध्य प्रदेश के एग्जिट पोल अनुमान के मुताबिक सत्ता के लिए कांटे की टक्कर होने का अनुमान है। गौरतलब है कि मिजोरम में 7 नवंबर, छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 7 नवंबर और 17 नवंबर, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर, राजस्थान में 25 नवंबर को मतदान कराए गए।
एग्जिट पोल के अनुसार छत्तीसगढ़, तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। राजस्थान में भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है। वहीं मध्यप्रदेश में भाजपा- कांग्रेस के बीच और मिजोरम में कांग्रेस-MNF के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार :
जन की बात के एग्जिट पोल में भी छत्तीसगढ़ में कांटे की टक्कर होगी। कांग्रेस को 34-45 सीटें मिलने का अनुमान है। भाजपा को 42-53 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य को तीन सीटें मिले सकती हैं।
टीवी 5 न्यूज के अनुमान के मुताबिक कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। पार्टी 56-64 सीटें जीतने में सफल होगी। भाजपा को 29 से 39 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य और निर्दलीय के खाते में 0-2 सीटें जा सकती हैं।
एक्सिस इंडिया के एग्जिट पोल में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 40-50, भाजपा 36-46 और अन्य को 1 से 5 सीटें दी हैं। राज्य में कुल 90 सीटें हैं। यहां बहुमत का आंकड़ा 46 है
एबीपी और सी वोटर के सर्वे में कांग्रेस को 41 से 53 सीटें मिलेंगी। भाजपा को 36 से 48 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य के खाते में 0-4 सीटें जा सकती हैं।
इंडिया टीवी सीएनएक्स के एग्जिट पोल अनुमान के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 46-56 सीटें मिलने का अनुमान है। भाजपा को 30-40 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य को तीन-पांच सीटें मिलेंगी।
बताया जा रहा है कि परिणाम आते ही जीते प्रत्याशियों को बेंगलुरु भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए कांग्रेस ने 72 सीटर चार्टर प्लेन भी बुक करा लिया है। इसमें जीते विधायकों के साथ ही पार्टी के नेता भी होंगे। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के लिए कर्नाटक सबसे मुफीद जगह है। कांग्रेस सूत्रों की मानें तो सभी प्रत्याशियों को जीत के बाद सर्टिफिकेट लेकर सीधे रायपुर आने को कहा गया है। चर्चा है की वीआईपी रोड पर एक निजी होटल में प्रत्याशियों के रुकने की व्यवस्था की जा रही है। सभी प्रत्याशी रात भर एक साथ यहीं रुकेंगे।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी के बस्तर से लेकर सरगुजा तक के प्रत्याशियों को आने में जो समय लगेगा। इसे ध्यान में रखते हुए दूसरे दिन यानी 4 दिसंबर को सभी जीते हुए प्रत्याशियों को बेंगलुरु भेजा जाएगा। पहले दिन सभी को रायपुर आने के लिए कहा गया है। कांग्रेस पार्टी ने 2018 में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। परिणाम आए तो कांग्रेस के 68 प्रत्याशी जीत कर विधायक बने। इस बार स्थितियां कांग्रेस के इतने भी अनुकूल नहीं है। पार्टी को डर है कि अगर बहुमत आता है और जीतने वाले विधायकों की संख्या 50-55 के बीच रही तो हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा बढ़ जाएगा।
2018 में कांग्रेस पार्टी ने मध्यप्रदेश में अपनी सरकार बना ली थी। सरकार बनाने के डेढ़ साल बाद ही कुछ विधायक कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए। इसके चलते कांग्रेस की सरकार गिरा दी गई थी। एमपी के अलावा महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों से सबक लेते हुए छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।