रायपुर: कुणाल सिंह ठाकुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में छत्तीसगढ़ को भी प्रतिनिधित्व मिल सकता है। शुक्रवार को नई दिल्ली में संसदीय दल की बैठक में राज्य के सभी नवनिर्वाचित सांसद शामिल हुए।

प्रधानमंत्री मोदी की तीसरी पारी में छत्तीसगढ़ से कई नेता केंद्रीय मंत्री व केंद्रीय राज्यमंत्री के लिए दावेदार हैं।दावेदारों में साय कैबिनेट के शिक्षा मंत्री व अब रायपुर के सांसद बने बृजमोहन अग्रवाल, राष्टीय स्वयं सेवक संघ के करीबी व दूसरी बार सांसद बने राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय, ओबीसी वर्ग का बड़ा चेहरा दुर्ग के सांसद विजय बघेल और महिलाओं में से महासमुंद सांसद रूप कुमारी चौधरी व जांजगीर-चांपा से एकमात्र एससी सीट से सांसद बनीं कमलेश जांगड़े दावेदार हैं।

सामाजिक-जातिगत समीकरण साधने की होगी कोशिश :

भाजपा प्रदेश की सामाजिक-जातिगत समीकरण साधने के लिए इन नामों पर विचार कर सकती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार इनमें से किसी एक या दो को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव व विजय शर्मा भी दिल्ली में ही हैं। इसके साथ नव निर्वाचित सांसदों में बृजमोहन अग्रवाल, संतोष पांडेय, विजय बघेल, तोखन साहू, रूपकुमारी चौधरी, कमलेश जांगड़े, भोजराज नाग, महेश कश्यप, चिंतामणि महराज और राधेश्याम राठिया भी वहीं हैं। ये सभी नेता मोदी की शपथ समारोह में शामिल होने के बाद भी छत्तीसगढ़ लौटेंगे।

रायपुर-दक्षिण के उत्तराधिकारी पर चर्चा :

बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद रायपुर-दक्षिण विधानसभा सीट रिक्त हो गई है। ऐसे में अगले छह महीने के भीतर इस सीट पर भी उप चुनाव कराया जाएगा। इसके लिए भाजपा-कांग्रेस दोनों की तरफ से दावेदारों की चर्चा जोरों पर है। बृजमोहन की सीट पर उत्तराधिकारी कौन होगा, इसे लेकर चर्चा आम है।इस सीट भाजपा की ओर प्रदेश भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव, पूर्व सांसद सुनील कुमार सोनी, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता, अनुराग अग्रवाल, मृत्युंजय दुबे और मीनल चौबे के नाम प्रमुख दावेदारों में है। वहीं कांग्रेस की तरफ से भी पूर्व महापौर प्रमोद दुबे, महापौर एजाज ढेबर, ज्ञानेश शर्मा, कन्हैया अग्रवाल, आकाश शर्मा दावेदार हैं।

बृजमोहन की भरपाई करने की तैयारी :

वर्तमान में साय कैबिनेट में सबसे अनुभवी व संसदीय ज्ञान के जानकार बृजमोहन अग्रवाल हैं। वह रायपुर से सांसद निर्वाचित हो चुके हैं। ऐसे में उनकी यह जगह खाली होने से साय कैबिनेट में अनुभवी मंत्री की जरूरत होगी। अगर संसदीय ज्ञान में अनुभवी के रूप में देखें तो बृजमोहन अग्रवाल के अलावा कुरूद के विधायक व पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर हैं। ऐसे में पार्टी को संसदीय ज्ञाता के रूप में भी चंद्राकर के नाम पर विचार करना पड़ सकता है।इसके अलावा अनुभवी विधायक में पूर्व मंत्री राजेश मूणत व अमर अग्रवाल का नाम भी सामने आ रहा है। हालांकि साय कैबिनेट में मंत्री बनने के दावेदारों में धरमलाल कौशिक, लता उसेंडी, रेणुका सिंह के नामों पर भी चर्चा है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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