धमतरी/कुरुद। गुलशन कुमार। वर्षाकाल में जिले के सभी रेत खदानें खनिज विभाग के फाईलों में बंद है, लेकिन रेत माफिया खुलेआम रेत के अवैध परिवहन व भंडारण कर लाल हो रहे हैं। शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है, इससे आक्रोशित दोनर के पंचायत पदाधिकारी व ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचकर रेत के अवैध परिवहन व भंडारण को बंद करने की मांग की है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि दोनर में दिन-रात रेत की चोरी हो रही है। रोक लगाने खनिज विभाग के साथ ही एसडीएम और कलेक्टर से गुहार लगा रहे हैं, फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों को कलेक्ट्रेट में कार्रवाई का अधिकारियों ने भरोसा दिलाया है।
ग्राम पंचायत दोनर के सरपंच अवेन्द्र कुमार देशलहरे, सचिव बीआर सोनकर, कुबेर चन्द्राकर, ग्रामीण रामखिलावन चन्द्राकर, रोशन चन्द्राकर, छन्नू चन्द्राकर, हीरादास आदि 28 जून को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर ग्रामीणों ने कहा कि वर्षाकाल शुरू होने के बाद जिले में 10 जून से सभी पांच खदानें बंद कर दी गई है। जलीय जीव जंतु के जीवन चक्र की सुरक्षा के लिए रेत उत्खनन पर प्रतिबंध लगाया गया है, लेकिन दोनर में इसका पालन नहीं हो रहा है। महानदी किनारे घास जमीन पर अवैध रूप से रेत परिवहन एवं भंडारण किया जा रहा है। बड़ी मात्रा में रेत डंप होने से पशुओं के लिए चारागाह भूमि की कमी हो गई है। ग्राम पंचायत ने इसे बंद करने कहा, तो बंद नहीं किया जा रहा है। रेत माफियाओं पर कार्रवाई नहीं होने से हौसला बुलंद है। रेत माफियाओं के इन हरकतों से ग्रामीण व्यवस्था प्रभावित है।