रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। 1 जुलाई 2024 से लागू प्रभावी हुए देश नए आपराधिक कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS ) के कुछदेर बाद ही छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिला कबीरधाम में देश का पहला एफआईआर दर्ज किया गया.
पुलिस ने मारपीट की घटना की शिकायत में कार्रवाई करते हुए बीएनस की धारा 296,351(2). के तहत पहला FIR दर्ज किया है.नक्सल प्रभावित कबीरधाम जिले में कबीरधाम पुलिस ने मारपीट मामले में नए कानून की मूल भावना (पीड़ित को त्वरित न्याय) के तहत त्वरित कार्यवाही करते हुए BNS की धारा 296,351(2) के तहत पहला FIR दर्ज किया. यह FIR 1 जुलाई, 2024 की सुबह 12:10 बजे दर्ज किया गया.
भारत के नए कानून, विशेष रूप से भारतीय न्याय संहिता (BNS), का उद्देश्य देश की न्यायिक प्रणाली को अधिक आधुनिक और प्रगतिशील बनाना है. 160 साल पुराने अंग्रेजों के द्वारा बनाए गए कानून भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC), और इंडियन एविडेंस एक्ट को प्रतिस्थापित कर ये 3 नए कानून भारतीय न्याय संहिता (BNS ), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS ) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) लाए गए हैं. इनका मुख्य उद्देश्य न्यायिक प्रक्रियाओं में तेजी और पारदर्शिता लाना है, जिससे हर नागरिक को त्वरित और निष्पक्ष न्याय मिल सके.