बिलासपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। एनसीपी नेता रामअवतार जग्गी हत्याकांड के अभियुक्तों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर जमानत देने की मांग की है। शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई होनी थी। शुक्रवार को याचिका पर सुनवाई नहीं हो पाई। अब 17 सितंबर के बाद मामले में सुनवाई होने की संभावना है। छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखते हुए जग्गी हत्याकांड के सभी आरोपितों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस पीवी संजय कुमार की डिविजन बेंच में रामअवतार जग्गी हत्याकांड के अभियुक्त याह्या ढेबर, अभय गोयल, सूर्यकांत तिवारी और अन्य की तरफ से जमानत के लिए याचिका दायर की है। हाई कोर्ट ने 27 आरोपितों को उम्र कैद की सजा के फैसले को सही ठहराया था। 27 के अलावा एक अन्य आरोपित बुलठू पाठक की मौत हो चुकी है। 21 वर्ष पहले चार जून 2003 को एनसीपी के कोषाध्यक्ष रामअवतार जग्गी की गोली मारकर हत्या की गई थी। उसके बाद उनके बेटे सतीश जग्गी ने मौदहापारा थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी। इस मामले में निचली अदालत ने 31 मई 2007 को कुछ आरोपितों को बरी करते हुए शेष आरोपितों को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। हाई कोर्ट ने उस फैसले को बरकरार रखा है। अब शूटर चिमन सिह, याहया ढेबर, तत्कालिन सीएपी अमरिंदर गिल, आरसी त्रिवेदी, वीके पाण्डेय, अभय गोयल समेत 27 लोगों को उम्र कैद की सजा दी गई है।

कारोबारी परिवार के रामावतार जग्गी देश के बड़े नेताओं में शुमार पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल के बेहद करीबी थे। शुक्ल जब कांग्रेस छोड़कर एनसीपी में शामिल हुए तो जग्गी भी उनके साथ-साथ गए। विद्याचरण ने जग्गी को छत्तीसगढ़ में एनसीपी का कोषाध्यक्ष बना दिया था।

जग्गी हत्याकांड का मुख्य आरोपित याहया ढेबर रायपुर के ढेबर बंधुओं में से एक है। पांच भाइयों में एजाज ढेबर रायपुर के मौजूदा मेयर हैं। वहीं एक भाई अनवर ढेबर शराब कारोबारी है। छत्तीसगढ़ के शराब घोटाला केस में ईडी ने उसे छह मई 2023 को गिरफ्तार किया था। अनवर ढेबर जेल में है।

जग्गी हत्याकांड में दोषी अभय गोयल, याहया ढेबर, वीके पांडे, फिरोज सिद्दीकी, राकेश चंद्र त्रिवेदी, अवनीश सिंह लल्लन, सूर्यकांत तिवारी, अमरीक सिंह गिल, चिमन सिंह, सुनील गुप्ता, राजू भदौरिया, अनिल पचौरी, रविंद्र सिंह, रवि सिंह, लल्ला भदौरिया, धर्मेंद्र, सत्येंद्र सिंह, शिवेंद्र सिंह परिहार, विनोद सिंह राठौर, संजय सिंह कुशवाहा, राकेश कुमार शर्मा, (मृत) विक्रम शर्मा, जबवंत, विश्वनाथ राजभर।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! You are not allowed to copy this page, Try anywhere else.