नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने शुक्रवार को एक बार फिर इतिहास रच दिया और वह डायमंड लीग मीट के लुसाने चरण का खिताब जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। इसी के साथ वह सात और आठ सितंबर को ज्यूरिख में डायमंड लीग के फाइनल में भी पहुंच गए हैं। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले भारतीय है। साथ ही उन्होंने हंगरी के बुडापेस्ट में 2023 में होने वाले विश्व चैम्पियनशिप के लिए भी क्वालिफाई कर लिया है। चोपड़ा (24) ने इस खिताब को हासिल करने के लिए पहले प्रयास में भाला 89.04 मीटर दूर फेंका। यह उनके करियर का तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास है। वह चोट के कारण बर्मिंघम में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में भाग नहीं ले पाए थे। तोक्यो ओलंपिक रजत पदक विजेता जाकुब वाडलेच लुसाने में भाग ले रहे हैं और चेक गणराज्य का यह एथलीट 20 अंक लेकर तालिका में शीर्ष पर हैं। उनके बाद जर्मनी के जूलियन वेबर (19 अंक) और ग्रेनाडा के विश्व चैम्पियन एंडरसन पीटर्स (16 अंक) हैं। वेबर लुसाने में हिस्सा नहीं लेंगे और पीटर्स भी चोट से उबर रहे हैं। त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्ण वाल्कॉट भी दौड़ में हैं।
चोपड़ा से पहले चक्का फेंक खिलाड़ी विकास गौड़ा डायमंड लीग मीट के शीर्ष तीन में जगह बनाने वाले इकलौते भारतीय हैं। गौड़ा 2012 न्यूयार्क और 2014 दोहा में दो बार दूसरे स्थान पर रहे थे, इसके अलावा वह दो बार (2015 में शंघाई और यूजीन में) तीसरे स्थान पर रहे थे। चोपड़ा ने बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के शुरू होने से दो दिन पहले ही इनसे हटने का फैसला किया था, क्योंकि उन्हें चार हफ्ते के आराम की सलाह दी गई थी। चोपड़ा ने सोमवार को ट्वीट किया था, ”अच्छा महसूस कर रहा हूं और शुक्रवार के लिए तैयार हूं। सभी को समर्थन के लिए धन्यवाद। लुसाने में मिलते हैं।”