बालोद। जाहीद अहमद खान। भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार के पुत्र देवाशीष पवार के निधन पर सोमवार को बालोद के महेश्वरी भवन में हुए तेरहवीं कार्यक्रम में अनेक गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने बालोद के महेश्वरी भवन में आयोजित तेरहवीं कार्यक्रम में स्वर्गीय देवाशीष पवार के चित्र पर माल्यार्पण किया, इसके अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष् अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण सिंह चंदेल, पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, प्रेमप्रकाश पांडेय, गौरीशंकर अग्रवाल, भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष अमिति साहू, सांसद मोहन मंडावी, केदार गुप्ता, नंदकुमार साय के साथ बड़ी संख्या में विशिष्ट अतिथियों और वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने देवाशीष पवार को श्रद्धांजलि अर्पित की।
पवार परिवार को ढांढस बंधाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता पहुचे श्रद्धजली सभा में : डॉ. रमन सिंह :
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने श्रद्धांजलि सभा को सबोधित करते हुए कहा कि शोकाकुल परिवार साथी कृष्णकत पवार को ढांढस बंधाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता इस श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित है। कृष्णकांत के परिवार में विपत्ति आई जो सब कुछ छीन कर ले गया हैं। इस दुःख की घड़ी में हम सभी परिवार के साथ खड़े हुए हैं और भगवान दिव्य आत्मा को अपनी चरणों मे स्थान दे। उन्होंने शोक-संतृप्त परिवार को इस दुःख की घड़ी में संबल प्रदान करने की भगवान से प्रार्थना भी की।
एक चिराग का जाना पूरा भाजपा पार्टी की क्षति : अरुण साव
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि देवाशीष पवार एक मात्र चिराग का जाना पूरा भाजपा पार्टी की क्षति है। प्रदेश भाजपा अपनी ओर से देवाशीष पवार को विन्रम श्रद्धांजलि देता है। कृष्णकांत पवार के परिवार को दुख सहने की शक्ति दे यही हम भगवान से प्रार्थना करते है। नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि हमारे पार्टी परिवार के कृष्णकांत पवार के पुत्र के निधन पर श्रद्धांजलि देने के लिए आज उपस्थित हुए। पूरी भारतीय जनता पार्टी पवार परिवार के साथ है, जो भी इस धटना को सुने उन सभी को यकीन नहीं हुआ। पवार परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करे।
उक्त बालक अपने पैरों में ठीक से खड़े भी नही हुए थे और इस दुनिया से चले गए : धरमलाल
पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि ये तो सत्य है कि एक दिन आए तो जाना पड़ेगा। ये विधि का विधान हैं। उक्त बालक अपने पैरों में ठीक से खड़ा ही नहीं हुआ था और इस दुनिया से चले गए। दुर्धटना के बाद उक्त बालक ने काफी संघर्ष किया। पवार परिवार को ढांढस देने के लिए पूरी पार्टी साथ में खड़ी है। देवाशीष की आत्मा को शांति दे भगवान अपनी चरणों में स्थान दे। केदार गुप्ता ने कहा की 19 जुलाई को थाने के सामने दुर्धटना हो गया था। उक्त समाचार मिलने के बाद भाजपा के नेताओ ने डॉक्टर से बात किया। भाजपा एक राजनीतिक दल नही भाजपा एक परिवार हैं। प्रदेश के नेताओ ने लगातार परिवार के संपर्क में रहा। कृष्णकांत पवार अपने बेटे को बचाने के लिए भरसक प्रयास किया लेकिन ईश्वर को मंजूर नही था। श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में लोग शामिल होकर विन्रम श्रद्धांजलि अर्पित किए।