रायगढ़। कुणाल सिंह ठाकुर। जिले के वन परिक्षेत्र लैलूंगा अंतर्गत हाथियों के चहल-कदमी के फलस्वरूप वन विभाग अलर्ट होकर कार्य कर रही है। हाथी मानव द्वंद की घटनाओं को देखते हुए वन विभाग ने हाथी प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित कार्रवाई करते हुए वन परिक्षेत्र लैलूंगा के हाथी प्रभावित क्षेत्र में ऐसे व्यक्तियों को जिनके मकान दूरस्थ वन क्षेत्र में है, कच्चे मकान में निवास करते हैं, ऐसे क्षेत्रों को चिन्हांकन करते हुए आज रात को सुरक्षित स्थल हाथी सुरक्षा कैंप में ठहराया गया है। वन विभाग द्वारा हाथी प्रभावितों के लिए भोजन, गरम कपड़े, अलाव और रात्रि विश्राम हेतु आवश्यक व्यवस्था की गई है।

इस दौरान ग्राम पंचायत स्तर पर हाथी मितान दल का गठन कर के लोगों को जागरूक किया जा रहा है एवं सचेत किया जा रहा है। स्थानीय वॉट्सअप ग्रुप मुनादी के माध्यम से हाथी की सूचना का आदान-प्रदान किया जा रहा है।

इस दौरान ग्राम पंचायत स्तर पर हाथी मितान दल का गठन कर के लोगों को जागरूक किया जा रहा है एवं सचेत किया जा रहा है। स्थानीय वॉट्सअप ग्रुप मुनादी के माध्यम से हाथी की सूचना का आदान-प्रदान किया जा रहा है।

हाथी मितान दल द्वारा सतत रूप से हाथी प्रभावित लोगों को या गांव के ग्रामीणों को हाथी आमद की जानकारी दी जा रही हैं एवं गांव के लोग जो जंगल किनारे निवास करते हैं, जिन्हें हाथी प्रभावित कर सकता है उन्हें समझाइश देकर सुरक्षित स्थल या पक्का मकान या शासकीय भवन में पहुंचा कर हाथी से सुरक्षित रखकर उनके भोजन व्यवस्था की जा रही है तथा उन्हें सुरक्षित रहने हेतु समझाईश दी जा रही है। हाथी निगरानी हेतु स्थानीय लोगों को लगाया गया है और वन अमले द्वारा सतत गश्त और ड्रोन द्वारा भी हाथी मूवमेंट की जानकारी ली जा रही है। उप वनमंडलाधिकारी एम.एल.सिदार और वन परिक्षेत्र अधिकारी श्री सूर्यकांत नेताम के द्वारा लैलूंगा वनपरिक्षेत्र में क्लस्टर अप्रोच में ऐसे वलनरेबल मकानों का चिन्हांकन तथा साथ ही अपातकालीन सुरक्षा/रेस्क्यू कैंप की भी पहचान की जा रही है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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