रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। छत्तीसगढ़ के राजधानी से एक खबर सामने आई है। जहां पर खाद्य और औषधि प्रशासन की टीम ने बस स्टैण्ड और रेलवे स्टेशन में सुबह- सवेरे छापेमारी कर लगभग 4600 किलो पनीर जब्त किया है।
बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ में मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में निर्मित पनीर खपाया जा रहा है। दरअसल खाद्य विभाग ने आशंका जताई है कि ये पनीर नकली है और इसे बिना दूध के तैयार किया गया है। जांच टीम ने छापेमारी के बाद पनीर रिसीव करने आने वाले मालिकों का इंतजार कर रही थी लेकिन वह यहां पर नहीं पहुंचे थे। जिसके बाद दोनों स्थानों में मिले पनीर को विभाग की टीम ने जब्त कर लिया है।जानकारी के मुताबिक जांच टीम ने सोमवार को रेलवे स्टेशन और बस स्टैण्ड से पनीर की बड़ी खेप पकड़ी है।
इन दोनों जगहों से जब्त किया नकली पनीर :
भाठागांव बस स्टैण्ड के पार्सल यार्ड में एक टीम ने सुबह 8 बजे के करीब दबिश दी। जहां पर बस के माध्यम से पुणे से भेजे गए करीब 53 पेटी पनीर बरामद किए गए हैं। इस दौरान उन्हें पनीर से जुड़े दस्तावेज मिलने के बाद से जांच टीम ने मालिक के आने का इंतजार किया हालांकि इस बाद कोई भी व्यक्ति इसे लेने के लिए नहीं आए। वहीं दूसरी टीम रेलवे स्टेशन स्थित पार्सल गोदाम पहुंची हुई थी। जहां पर भोपाल से ट्रेन के जरिए आए 40 पेटी पनीर को जब्त किया है। यहां पर भी पनीर के इस खेप के मालिक की भी जानकारी नहीं मिली। जिसके चलते इन दोनों जगहों से जब्त किए गए 4600 किलो पनीर सीज कर लिया गया है। जिसके सैंपल उनके मालिकों के आने के बाद जांच के लिए भेजे जाएंगे।
सौदेबाजी करते हुए दिखे अफसर :
रेलवे स्टेशन में छापेमारी करने वाला एक अफसर नकली पनीर के अंदेशे पर 30 हजार रुपए के लालच में फंस गया। दरअसल पार्सल गोदाम के बाहर पनीर जब्ती के बाद एफएसओ अहसान तिग्गा की नजर एक पानी बोतल की पेटी पड़ी। इस पर आरोप है कि उन्होंने बड़ी कार्रवाई से बचाने के लिए पहले 50 हजार की डिमांड की जिसके बाद इस मामले को फिर 30 हजार में सेट किया था। इस बीच सौदेबाजी करते हुए अफसर कैमरे में कैद हो गया। जिसके बाद इस मामले की जानकारी मिलते ही, औषधि प्रशासन और खाद्य के नियंत्रक चंदन कुमार के निर्देश पर मामले की जांच की गई। तब दोषी पाए जाने पर उन्होंने घुस खोरी करने वाले अफसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देश जारी किया है।