मुंबई/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। मुंबई के प्रभादेवी इलाके में शिवसेना के शिंदे और ठाकरे समर्थकों के बीच जोरदार मारामारी हुई है। यह मारामारी आज (11 सितंबर, रविवार) आधी रात को हुई है। ठाकरे गुट के नेता सुनील शिंदे का आरोप है कि शिंदे गुट के सदा सरवणकर ने पिस्तौल निकाल कर हवाई फायरिंग की है। सुनील शिंदे के मुताबिक सदा सरवणकर ने दादर पुलिस स्टेशन परिसर के पास फायरिंग की। दादर पुलिस ने पांच शिवसैनिकों को अरेस्ट कर लिया है। इन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसके अलावा 20 से 25 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। शिंदे समर्थक सदा सरवणकर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया है। इस बीच पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है। इससे यह साफ हो सकेगा कि सदा सरवणकर ने फायरिंग की या नहीं। गणपति विसर्जन के दौरान दोनों गुटों के बीच प्रभादेवी में ही वाद-विवाद हुआ था, जो आज रात मारामारी में तब्दील हो गया। दादर पुलिस स्टेशन के पास दोनों गुट आपस में भिड़ गए। इसी दौरान ठाकरे गुट के सुनील शिंदे के आरोप के मुताबिक सदा सरवणकर ने पिस्तौल निकाल कर हवाई फायरिंग की। सुनील शिंदे का कहना है कि उनके गुट के विभाग प्रमुख को टारगेट करने की कोशिश की गई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।

ऐसे बढ़ा विवाद, फिर चले दोनों गुटों के बीच घूंसे और लात :
गणेश विसर्जन के दिन प्रभादेवी इलाके में शिवसेना के ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने गणेश भक्तों के स्वागत के लिए मंच तैयार किया था। इस मंच के बगल में शिंदे गुट ने भी अपना स्टेज बना लिया। इसी मंच पर खड़े होकर विधायक सदा सरवणकर ने ‘म्याऊं-म्याऊं’ कह कर ठाकरे गुट के नेताओं को चिढ़ाया। प्रभादेवी दरअसल आदित्य ठाकरे का चुनाव क्षेत्र है, खास तौर से उन्हें इस तरह से चिढ़ाया जाता है। इसके बाद दोनों गुटों में जोरदार बहस हो गई थी। इसी की परिणति आज आधी रात में मारामारी को तौर पर हुई।

शिंदे गुट के नेताओं ने म्याऊं-म्याऊं कह कर चिढ़ाया, ठाकरे गुट को गुस्सा आया :
बता दें कि आदित्य ठाकरे को म्याऊ-म्याऊ कह कर चिढ़ाने की शुरुआत बीजेपी विधायक नितेश राणे ने की थी। इसके पीछे दो आधार बताया जाता है। एक तो ‘म्याऊं-म्याऊं’ उन्हें बच्चा बताने के लिए या फिर उनकी दबी हुई आवाज होने की वजह से कहा जाता है। नितेश राणे का आरोप यह भी है कि आदित्य ठाकरे का बॉलवुड की ड्रग्स पार्टियों से कनेक्शन है। वे उन्हें सुशांत सिंह राजपूत की मौत और उनकी मैनेजर दिशा सालियन कि संदिग्ध मौत के लिए भी जिम्मेादर मानते हैं। आपको बता दें ‘Meow Meow’ भी एक प्रकार का ड्रग होता है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! You are not allowed to copy this page, Try anywhere else.