दुर्ग/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। पूर्व पटवारी द्वारा नए पटवारी को फंसाने का मामला प्रदेश के कुरुद क्षेत्र से सामने आया है। मामला कहीं न कहीं फर्जी तरीके से फंसाकर अपना काला काम छुपाने के तरफ आशंकित हो रहा है। दरअसल, एक महिला पटवारी का स्थानांतरण किसी कारणवश कुरुद (भिलाई) किया गया था। स्थानांतरण के बाद जब उक्त महिला पटवारी कुरुद पहुंचकर अपना चार्ज संभालने को कहती है तब उसे पूर्व पटवारी द्वारा “पुराना काम पेंडिंग है, उसे खतम करने के बाद चार्ज दूंगा” कहकर टाल दिया गया। उक्त महिला पटवारी चार्ज लेने कई बार ऑफिस गई, तो ऑफिस बंद रहता था और पूर्व पटवारी द्वारा उन्हें गुमराह किया जाता रहा। स्थानांतरण कुरूद होने के कारण उक्त महिला पटवारी का आई.डी. अगस्त के महीने में चालू कर दिया गया था व लगातार छुट्टी व हड़ताल के कारण उक्त महिला पटवारी द्वारा उक्त हलके का कोई कार्य नहीं किया जा रहा था। इसके बाद भी पूर्व पटवारी द्वारा लगातार महिला पटवारी को धमकी भरे मैसेज व वीडियो बनाकर बदनाम करने की बात कही जा रही थी। सितंबर तक पूर्व पटवारी द्वारा ग्राम कुरूद का प्रभार महिला पटवारी को नहीं दिया गया। इसके बाद अनुविभागीय अधिकारी द्वारा सितंबर महीने में एक आफिशियल मिटिंग रखी गई। मीटिंग में महिला पटवारी द्वारा अनुविभागीय अधिकारी को पुनः अवगत कराया गया कि उन्हें कुरूद पटवारी द्वारा आज दिनांक (2 महीने) चार्ज नहीं दिया गया है। इसके बाद तहसीलदार द्वारा सितंबर महीने में ही शाम को एक आदेश निकाला गया। उक्त आदेश में पूर्व पटवारी को अवगत कराया गया कि तत्काल ग्राम कुरूद का संपूर्ण रिकार्ड तहसील कार्यालय में जमा करे, नहीं करने पर एक पक्षीय कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही महिला पटवारी को आदेशित किया गया कि संपूर्ण दस्तावेज तहसील कार्यालय भिलाई से लेकर अपना कार्यभार संभाले। इसके बाद पूर्व पटवारी द्वारा शासन और उच्चाधिकारीयों को बिना किसी पूर्व सूचना के ग्राम कुरूद में ही पदस्थ रहने के लिए उच्च न्यायालय में स्टे पिटीशन लगाया गया है जो आज दिनांक तक लंबित है। आपको बता दें, कुरुद में पटवारी कार्यालय नहीं बनाया गया है
अब यहां सवाल यह उठता है कि जब ग्राम कुरूद में उक्त महिला पटवारी ने प्रभार ही नहीं लिया तो ग्राम कुरूद में उनका विडियो और आडियों कब और कहां बन गया? साथ ही बिना किसी पूर्व सूचना के फर्जी आधार पर स्टे पिटीशन कैसे लगाया गया? क्या महिला पटवारी को महिला होने का खामियाज़ा भुगतना पड़ रहा है? आंखिर किसलिए पूर्व पटवारी द्वारा काम पेंडिंग है कहकर उक्त महिला पटवारी को अबतक गुमराह किया जा रहा था? आंखिर इन सब सवालों का जवाब कौन देगा?
