नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। इंग्लैंड में हिन्दू मंदिर हुए हमले का मामला अभी तक शांत भी नहीं हुआ था कि विदेशी धरती पर एक बार फिर सनातनियों के धार्मिक स्थल को निशाना बनाया गया है। इस बार कैरेबियन राष्ट्र ‘त्रिनिदाद और टोबैगो’ के त्रिनिदाद में हिन्दू मंदिरों पर हमला किया गया है। इस घटना से वहां रहने वाले हिन्दू समुदाय के लोग दहशत में हैं। कहा जा रहा है कि महज एक हफ्ते के अंदर ही दो हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है। खास बात यह है कि जिन दो मंदिरों पर हमला किया गया, वे द्वीप पर काउवा और पेनल कस्बे में स्थित हैं। जानकारी के मुताबिक, बीते 28 सितंबर को काउवा स्थित कार्ली बे में एक काली माता मंदिर पर अज्ञात बदमाशों ने हमला किया और मंदिर के अंदर तोड़फोड़ की। साथ ही उपद्रवियों ने देवी काली की मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। उन्होंने मूर्ति पर जैतून का तेल भी लगाया। वहीं, जाते-जाते हमलावरों ने मंदिर की दीवारों पर बाइबिल की एक कविता भी लिख दी। इस कविता के माध्यम से हमलावरों ने हिन्दुओं के खिलाफ चेतावनी दी है। उन्होंने मंदिर की बाहरी दीवारों पर बड़े लाल अक्षरों में ‘पढ़ें निर्गमन 20:3-4’ लिखा है।

मंदिर के पुजारी पंडित सत्यानंद महाराज ने बताया कि यह घटना उस समय घटी, जब मंदिर के सेवादार नवरात्रि की पूजा पूरी कर अपने-अपने घर जा रहे थे। उन्होंने कहा कि अज्ञात बदमाशों मंदिर के कई हिस्सों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। देवी मां की मूर्ति को भी तोड़ा गया है और मूर्ति को जैतून के तेल से नहला दिया गया है। पंडित सत्यानंद महाराज ने कहा कि काउवा पुलिस स्टेशन में इस मामले में शिकायत की गई है। हालांकि, टीटीपीएस द्वारा रिपोर्ट की कोई रसीद जारी नहीं की गई।

हिन्दू समुदाय के लोगों में रोष :
मंदिर के पुजारी ने आगे कहा कि त्रिनिदाद और टोबैगो एक बहु-धार्मिक देश है। यहां सभी धर्मों के लोग पूजा की स्वतंत्रता का आनंद लेते हैं। ऐसा लगता है कि कुछ लोग शांतिपूर्ण माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। उनकी मानें तो ईसाई धर्म की आड़ में की गई इस हिंसा को सभी लोगों को एक साथ निंदा करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि हमले के बाद भी मंदिर में पूजा जारी है। इस घटना के बाद से हिन्दू समुदाय के लोगों में रोष व्याप्त है।

पेनल शहर में गणेश मंदिर में तोड़फोड़ :
काउवा में काली मंदिर पर हुए हमले से पहले, बीते 22 सितंबर की रात को पेनल शहर में भी एक गणेश मंदिर में तोड़फोड़ की गई थी। गणेश मंदिर के पुजारी जब अगले दिन सुबह में मंदिर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि मंदिर का पिछला दरवाजा टूटा हुआ था। साथ ही भगवान गणेश की मूर्ति भी क्षतिग्रस्त थी। जबकि अन्य देवी- देवताओं की मूर्तियों से कपड़े उताड़ लिए गए थे। देखने से लग रहा था कि हमला करने से पहले बदमाशों ने मंदिर में सिगरेट भी पी थी। वहीं, जाते-जाते बदमाशों ने मंदिर के फ्रिज में रखा दूध भी पी लिया था और वहां रखे कुछ मेवे भी खा लिए थे। मंदिर की उपाध्यक्ष रेखा कैसी ने कहा था कि हमने देखा कि मंदिर का पिछला दरवाजा टूटा हुआ था। वहीं, पुलिस को संदेह है कि हमलावर दान पेटी से चोरी करने के इरादे से मंदिर में घुसे थे।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! You are not allowed to copy this page, Try anywhere else.