शुभकामनाएं वेंचर्स – नाम सुनने में जितना सकारात्मक लगता है, इसके पीछे की सच्चाई उतनी ही घातक निकली। रायपुर के दो भाई – रोहित तोमर और वीरेंद्र तोमर ने रियल एस्टेट की आड़ में करोड़ों का फर्जीवाड़ा खड़ा किया। आज दोनों फरार हैं, लेकिन उनके नाम पर लोगों की उम्मीदें, सपने और मेहनत की कमाई तक जमींदोज हो चुकी है। तोमर बंधुओं की कहानी एक ऐसे जाल की है, जिसमें फंसकर दर्जनों निवेशक बर्बाद हो गए।
सत्ता के गलियारों में फोटो खिंचवाने वाले ये लोग सोचते हैं कि वो कानून से ऊपर हैं… लेकिन ये भूल जाते हैं कि कानून की नजर से कोई नहीं बच सकता… छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हुआ बुलडोजर एक्शन इस बात का सबूत है… तोमर बंधु, जिन्होंने धोखाधड़ी और जालसाजी से खड़ी की थी अपनी ‘संपत्ति की सल्तनत’ – वो ऑफिस मलबे में तब्दील हो चुका है…तोमर बंधु… वही नाम, जो कभी बिजनेस सक्सेस स्टोरी के नाम पर छपता था… आज उसी नाम पर जालसाजी, धोखाधड़ी और फरेब के आरोप लगे हैं… शुभकामनाएं वेंचर्स के नाम से चल रहे उनके ऑफिस को आज बुलडोजर ने ढहा दिया… ऑफिस से निकले टीवी, कूलर, किताबें, ट्रॉफी, टेलीप्रॉम्प्टर तक जब्त कर लिए गए हैं… इन पर अब जांच होगी कि इनका सोर्स क्या था… लेकिन अब निगाहें हैं 18 अगस्त पर – जब उन्हें कोर्ट में पेश होना है… अगर वो पेश नहीं हुए तो बुलडोजर कार्रवाई के लिए अगला नंबर उस आलीशान बहूमंज़िला मकान का हो सकता है…
मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ये कार्रवाई का सिर्फ पहला स्टेप है, अभी कई और स्टेप बाकी हैं.. विष्णुदेव सरकार में सुशासन है, तो सुदर्शन चक्र भी है…. कोई भी व्यक्ति सिर्फ मुख्यमंत्री या मंत्री के साथ फोटो खिंचवाकर कानून से बड़ा नहीं हो जाता…
कहते हैं ईंट और सीमेंट से इमारतें बनती हैं, लेकिन अगर नींव में फरेब हो तो बुलडोजर देर-सवेर चलता ही है। सवाल है – क्या तोमर बंधु कानून के शिकंजे में आएंगे, या एक और घोटाला यूं ही दफ्न हो जाएगा?ये तो वक़्त ही बताएगा.यहां पढ़िए कौन है तोमर BROTHERS,कितने का किया है घोटाला ,क्या लगे हैं आरोप..
नाम:
- रोहित तोमर
- वीरेंद्र तोमर
🏢 कंपनी:
- शुभकामनाएं वेंचर्स (Shubhkamna Ventures)
- क्षेत्र – रियल एस्टेट, प्लॉटिंग, हाउसिंग स्कीम्स
📍 लोकेशन:
- ऑफिस: भाठागांव, रायपुर
- निवास: भाठागांव में बहुमंजिला मकान
⚖️ मुख्य आरोप:
- धोखाधड़ी, जालसाजी, विश्वासघात
- फर्जी कागज़ातों पर ज़मीन की खरीदी-बिक्री
- बिना अनुमति के हाउसिंग प्रोजेक्ट्स
- ग्राहकों से ली गई मोटी रक़म – कब्जा नहीं दिया
- फर्जी कंपनियों के जरिए निवेशकों को भ्रमित किया
💰 घोटाले की अनुमानित राशि:
- 20 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी
- सैकड़ों परिवारों की निवेश राशि डूबी
🕵️♂️ वर्तमान स्थिति:
- दो महीने से फरार
- कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी
- 18 अगस्त – कोर्ट में पेश होने की अंतिम मोहलत
🏚️ कार्रवाई:
- शुभकामनाएं वेंचर्स ऑफिस बुलडोजर चलाकर जमींदोज
- ऑफिस से टीवी, एसी, किचन आइटम, ट्रॉफी, टेलीप्रॉम्पटर, किताबें तक जब्त
- बाकी संपत्ति पर कुर्की की तैयारी, अगर कोर्ट में पेश नहीं हुए तो
🔍 निवेशकों के आरोप
- “5 साल से सिर्फ वादे सुनते रहे, कब्जा नहीं मिला…”
- “पैसे लिए, रजिस्ट्री नहीं की… अब फरार हो गए…”
- “इन्होंने भरोसे को चोट दी है – जमीन की जगह धोखा मिला…”