छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गिरफ्तारी पर रोक लगाने को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। भूपेश बघेल ने शराब घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में गिरफ्तारी की आशंका जताते हुए अग्रिम जमानत की अर्जी लगाई है।उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि उन्हें जांच में सहयोग करने का मौका दिया जाए, लेकिन गिरफ्तार न किया जाए। इस केस में नया मोड़ तब आया जब उनके बेटे चैतन्य बघेल ने भी सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। चैतन्य ने अपनी याचिका में कहा कि ना तो एफआईआर में उनका नाम है, ना ही किसी गवाह के बयान में— इसके बावजूद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया।चैतन्य की 14 दिन की रिमांड आज खत्म हो रही है और इसी के साथ उनकी जमानत याचिका पर भी आज सुनवाई होनी है। अब सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं।
