नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। सालों बाद आज कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव होने जा रहा है। पार्टी के इस शीर्ष पद के लिए जो दो दावेदार मैदान में उतरे हैं, वह शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खरगे हैं। कांग्रेस के नेतृत्व के लिए दोनों ही नेता अपने आप में एक मजबूत दावेदार हैं। हालांकि उम्मीद जताई जा रही है कि मल्लिकार्जुन खरगे इस चुनाव में जीत हासिल कर सकते हैं। क्योंकि बड़ी संख्या में उनको नेताओं का समर्थन मिल सकता है। जबकि कुछ का यह भी मानना है कि क्रॉस वोटिंग के भी चांसेस हैं। यानी खरगे के समर्थन में दिख रहे कई नेता थरूर के लिए वोट कर सकते हैं। लेकिन इसपर स्थिति परिणाम घोषित होने के बाद साफ होगी, जब जीतने वाले का नाम उजागर होगा। तिरुवनंतपुरम से तीन बार के सांसद शशि थरूर एक सार्वजनिक बुद्धिजीवी हैं। वह 23 बुक के राइटर हैं, इसके अलावा, संयुक्त राष्ट्र में इंटरनेशनल सिविल सर्वेंट भी रहे हैं।
शशि थरूर 13 साल से तिरुवनंतपुरम में सांसद के पद (कांग्रेस) पर काबिज हैं। दक्षिण भारत में कांग्रेस पार्टी को मजबूती देने में उनकी अहम भूमिका रही है और वह हर मुद्दे पर बोलने में प्रखर रहे हैं, फिर चाहे मुद्दा पार्टी की अंदरुनी दिक्कतों को लेकर हो या सरकार की कार्य प्रणाली को लेकर। दक्षिण भारत के साथ-साथ उत्तर भारत में भी वह काफी चर्चित नेता मान जाते हैं। इसको लेकर कहा जा रहा है कि दक्षिण के अलावा, उन्हें उत्तरी राज्यों से भी अच्छा खासा समर्थन मिल सकता है।
पार्टी में थरूर लाएंगे बदलाव!
भारत का युवा कांग्रेस नेतृत्व में बदलाव की तलाश कर रहा है और युवाओं के मुताबिक नेतृत्व में बदलाव की कहानी थरूर ही गढ़ सकते हैं। हालांकि नेतृत्व में मजबूती लाने का काम थरूर से बेहतर खरगे कर सकते हैं। ऐसा उनके हालिया बयानों से लगता है। इसलिए पार्टी में बदलाव की आस देख रहे नेता थरूर के पाले में जा सकते हैं। थरूर को लोग एक काबिल और प्रखर नेता के तौर पर देखते हैं। उनकी इंग्लिश भाषा पर बेहतर कमांड, हिन्दी भाषा पर पकड़ और भी कई भाषाओं में महारत उन्हें युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाती है। सोशल मीडिया पर भी उनके तर्क को सुनने वाले बेशुमार फैन्स हैं। विदेशी मामलों पर भी उनकी राय और सवाल-जवाब लोगों को पसंद आते हैं। मल्लिकार्जुन खरगे की बात करें तो वह इस चुनाव में थरूर से मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं क्योंकि उनमें नेतृत्व की बेहतर समझ है। कहीं न कही गांधी परिवार भी शायद मल्लिकार्जुन खरगे को इस पद के लिए मजबूत मानता है। खरगे गांधी परिवार के लिए सबसे भरोसेमंद नेता है। गांधी पारिवार से नजदीकी संबंधों के साथ-साथ विपक्षी नेताओं में भी उनके अच्छे संबंध हैं।
खरगे के विपक्षी नेताओं से अच्छे संबंध :
TMC नेता ममता बनर्जी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, NCP प्रमुख शरद पवार जैसे नेताओं के साथ उनके संबंधों के बारे में हर कोई जानता है। वह 9 बार विधायक रहे हैं। जबकि 2 बार लोकसभा के सांसद रहे हैं। उन्होंने हाल ही में अध्यक्ष पद के चुनाव के ऐलान के बाद राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दिया है। मजदूरों के बीच भी उनकी काफी लोकप्रियता है क्योंकि उन्होंने काफी लंबे समय तक मजदूरों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी है और आवाज बुलंद की है। अब देखना यह होगा कि चुनाव के परिणाम थरूर के पक्ष में आते हैं या खरगे के पक्ष में। कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित होंगे। जबकि मतदान की प्रक्रिया आज सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगी।