देहरादून/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। उत्तराखंड में ताजा गणना में हिम तेंदुओं की संख्या 121 पाई गई है। प्रदेश के मुख्य वन्य जीव संरक्षक समीर सिंहा ने बताया कि केंद्र के आदेश पर वन विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान के संयुक्त वैज्ञानिक गणना में हिम तेंदुओं की यह संख्या सामने आयी है जो बहुत उत्साहजनक है। छह साल पहले 2016 में हुई गणना में राज्य में 86 हिम तेंदुए पाए गए थे। उत्तराखंड के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने गणना के नतीजों पर खुशी जताते हुए कहा कि प्रदेश में वन्य जीवों का संरक्षण सही दिशा में है और आगे चलकर यह वन्य जीवन पर्यटन को और गति देगा।

दुनिया के केवल 12 देशों में ही हिम तेंदुए हैं और भारत उनमें से एक है। इन देशों में हिम तेंदुओं की आबादी 3000 से 7000 के बीच आंकलित है। वर्ष 2016 की गणना में भारत में 516 हिम तेंदुए पाए गए थे। अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस पर मुख्य वन्य जीव संरक्षक समीर सिन्हा ने बताया कि हिम तेदुओं को ‘हिमालय का भूत’ भी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इनकी संख्या 86 से बढ़कर 121 हो गई है।

2016 के बाद बढ़ी तेदुओं की संख्या :
समीर सिन्हा ने कहा कि अगर हम 2016 के अध्ययन के साथ उत्तराखंड की नए आंकड़ों की तुलना करते हैं, तो हमारे पास खुश होने का कारण है। उन्होंने कहा कि पहली बार वैज्ञानिक तरीके से जनगणना की गई है और प्रकृति के संरक्षण के लिए अंतर्राष्ट्रीय संघ ने अब हिम तेंदुए को डाउनग्रेड कर दिया है।

2019 में शुरु हुई थी तेदुओं की गणना :
हिम तेंदुए की जनगणना भारत में पहली बार आधिकारिक तौर पर की जा रही है। यह 2019 में शुरू हुआ था। उत्तराखंड के लिए गणना पूरी होने के बाद भी, यह ट्रांस हिमालय क्षेत्र के अन्य हिस्सों जैसे लेह, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में अभी भी जारी है। लेह-लद्दाख के क्षेत्रीय वार्डन, मोहम्मद साजिद सुल्तान ने कहा कि चूंकि यहां (लेह-लद्दाख) ऊंचाई वाला क्षेत्र 45,000 वर्ग किमी से अधिक विशाल है, इसमें कुछ समय लगेग। उन्होंने कहा कि हमने 70 प्रतिशत से अधिक क्षेत्र को कवर कर लिया है।

12 देशों में पाए जाते हैं हिम तेंदुए :
उत्तराखंड में, केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के साथ-साथ राज्य के वन विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से गणना की गई थी। ये तेदुएं वर्तमान में दुनिया के केवल 12 देशों में पाए जाते हैं, जिनकी संख्या का कुल अनुमान 3,000 से 7,000 के बीच है। 2016 में, अनौपचारिक अनुमान के अनुसार, भारत में लगभग 516 तेदुएं थे।

जलवायु परिवर्तन एक बड़ा खतरा :
हिम तेंदुए आमतौर पर ऊंचे और ऊबड़-खाबड़ इलाकों में 9,800 फीट से 17,000 फीट की ऊंचाई पर पाए जाते हैं। समीर सिन्हा और सुल्तान दोनों ने कहा कि जलवायु परिवर्तन इनकी आबादी के लिए एक बड़ा खतरा है। हिमाचल में, पिछले साल किए गए एक अध्ययन में 73 पर गिनती का अनुमान लगाया गया था। हालांकि अध्ययन में शावकों को शामिल नहीं किया गया था। इससे पहले ऊपरी किन्नौर और स्पीति घाटी के कुछ हिस्सों में 62 से 65 के बीच रहने का अनुमान था। किब्बर वन्यजीव अभ्यारण्य वह स्थान है जहां पर अधिकतर हिम तेंदुए पाए जाते हैं।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! You are not allowed to copy this page, Try anywhere else.