नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। टोक्यो ओलिंपिक 2020 और फिर कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन में आए सुधार और मेडल्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए खेल मंत्रालय ने अब स्टार खिलाड़ियों के लिए विदेशों में प्रशिक्षण को मंजूरी दे दी है। इसमें सबसे बड़ा नाम स्टार जैवलिन थ्रोअर और टोक्यो ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा हैं, जिन्हें ब्रिटेन में दो महीने से भी ज्यादा वक्त तक ट्रेनिंग की इजाजत मिली है। उनके अलावा रेसलिंग और बैडमिंटन के सितारों की ट्रेनिंग के लिए भी सरकार ने मंजूरी दी है।

भारत सरकार बीते कुछ सालों से टारगेट ओलिंपिक पोडियम स्कीम चला रही है, जिसके जरिए ऐसे एथलीटों की पहचान कर उनकी ट्रेनिंग के खर्चे की जिम्मेदारी सरकार उठाती रही है। इसको ही बरकरार रखते हुए केंद्र सरकार के खेल मंत्रालय ने कई बड़े खिलाड़ियों और उनके कोच के लिए विदेशों में ट्रेनिंग की स्वीकृति दी, जिसका सारा खर्च सरकार ही उठाएगी।

63 दिन ब्रिटेन में रहेंगे नीरज :
रिपोर्ट के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने नीरज चोपड़ा के ब्रिटेन के लोबोरो विश्वविद्यालय में ट्रेनिंग के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। नीरज के साथ उनके कोच क्लॉस बार्टोनिट्ज और फिजियोथेरेपिस्ट ईशान मारवाह के साथ 63 दिनों के लिए लोबोरो में प्रशिक्षण लेंगे। नीरज ने टोक्यो ओलिंपिक के बाद भी अपनी सफलता के सिलसिले को जारी रखते हुए विश्व चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल और फिर डाइमंड लीग में गोल्ड मेडल जीता था।

इन खिलाड़ियों को भी मंजूरी :
सिर्फ नीरज ही नहीं, बल्कि कई अन्य खिलाड़ियों पर भी खेल मंत्रालय खर्चा करेगा। सरकार की मिशन ओलंपिक सेल (MOC) ने अपनी 86वीं बैठक में बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत, पहलवान दीपक पूनिया, CWG मेडलिस्ट जैवलिन थ्रोअर अन्नू रानी के प्रस्तावों को भी मंजूरी दे दी। इन सभी एथलीटों के प्रशिक्षण की अनुमानित लागत लगभग 94 लाख रुपये होगी, जिसे खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय खेल विकास कोष (NSDF) के तहत मंजूरी दी जाएगी।

श्रीकांत ने अपने कोच और फिजियोथेरेपिस्ट के साथ जकार्ता के प्रिज्मा स्पोर्ट्स क्लब में 29 दिनों तक अभ्यास करेंगे। दीपक 34 दिनों के लिए मिशिगन में अपने फिजियोथेरेपिस्ट के साथ रहेंगे, जबकि अनु रानी अपने फिजियोथेरेपिस्ट के साथ जर्मनी के लीचथलेटिक-जेमिनशाफ्ट (एलजी) ऑफेनबर्ग में कोच वर्नर डेनियल के नेतृत्व में प्रशिक्षण लेंगी। डेनियल ने पहले नीरज को भी प्रशिक्षण दिया था।

TOPS में मिलने वाली मदद :
भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) की TOPS के तहत प्रदान किया जायेगा और इसमें खिलाड़ी और उनके सहयोगी स्टाफ की उड़ान, आवास, स्थानीय यात्रा और अन्य खर्चों जैसे की भोजन की लागत शामिल होगी। इस दौरान TOPS हर खिलाड़ी को अपने प्रवास के दौरान किसी भी अन्य खर्च के लिए प्रति दिन 50 अमेरिकी डॉलर का आउट-ऑफ-पॉकेट भत्ता (जेब खर्च) भी प्रदान करेगा।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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