रायपुर। मौजूदा दौर में एनर्जी ड्रिंक पीना मानो फैशन ही बन गया है। बच्चों से लेकर युवा तक- हर कोई एनर्जी ड्रिंक्स को पी रहा है। कोल्ड ड्रिंक्स को छोड़कर लोग अब एनर्जी ड्रिंक्स की ओर बढ़ रहे हैं। इसका मार्केट भी तेजी से बढ़ रहा है। लोगों का मानना है कि एनर्जी ड्रिंक पीने से उनमें ऊर्जा का एहसास होता है। हालांकि, एनर्जी ड्रिंक्स का कुछ फायदा तो है, लेकिन इसका नुकसान भी है। बता दें कि अमेरिका के एक शख्स ने 10 मिनट में 12 बोतल एनर्जी ड्रिंक पी ली, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इसमें मौजूद शुगर, कैफीन और केमिकल की वजह से उसे पैंक्रियाज की समस्या हो गई। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों ने साल 2007 में बताया कि एनर्जी ड्रिंक के कारण 12 से 17 साल के 145 बच्चों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। साल 2011 में यह संख्या बढ़कर 1,499 हो गई। आईए जानते हैं इससे होने वाले नुकसान के बारे में…

हाईपरटेंशन की समस्या :
एनर्जी ड्रिंक्स कैफीन से भरपूर होती हैं, जो एक चिंता की बात है। आधा लीटर एनर्जी ड्रिंक में कम से कम 200 ग्राम कैफीन होती है, जो 500 ग्राम तक भी जा सकती है। कैफीन का ज़रूरत से ज्यादा सेवन हाई ब्लड प्रेशर, दिल की धड़कने बढ़ना, डर और कैल्शियम की कमी का कारण बन सकता है।

हार्वर्ड की एक रिपोर्ट के अनुसार, मध्यम मात्रा में 1.2 ग्राम या अधिक कैफीन का सेवन करने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। 10-14 ग्राम कैफीन का सेवन घातक हो सकता है।

डायबिटीज का खतरा :
कैफीन की उच्च खुराक के साथ शुगर की उच्च खुराक भी जाती है, जिसकी वजह से वज़न बढ़ने लगता है। एनर्जी ड्रिंक की आधी लीटर बोतल में 220 कैलोरीज़ होती हैं।

जिससे टाइप-2 डायबिटीज़ का ख़तरा बढ़ सकता है।

दांतों की समस्या :
एनर्जी ड्रिंक्स शुगर से भरपूर होती हैं, जो आपके दांतों पर भी असर डालती हैं। इनमें मौजूद चीनी आपके दांतों के इनामेल को खत्म करती है, जिससे हाइपर-सेंसिविटी, कैविटी आदि की दिक्कतें शुरू हो जाती हैं।

एनर्जी ड्रिंक पीने की वजह से अनिद्रा की शिकायत भी हो सकती है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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