रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। चुनावी साल से गुजर रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के काफिले में 12 नई गाड़ियां शामिल हुई हैं। यह सभी गाड़ियां शुक्रवार को ही उनके काफिले में शामिल हुई। शुक्रवार को ही सीएम बघेल की मैरेज एनिवसर्री भी थी। वैसे तो यह सामान्य सी खबर है, लेकिन इस समय इसकी काफी चर्चा हो रही है। यह चर्चा सीएम के काफिले में शामिल हुई इन गाड़ियों के नंबर प्लेट की वजह से हो रही है। दरअसल इन सभी गाड़ियों पर जो नंबर लिखा है वह 0023 है। यह नंबर मुख्यमंत्री के लिए लकी नंबर है और चुनाव भी इसी साल में होने हैं।
मुख्यमंत्री के लिए खास तौर पर तैयार कराई गई टोयटा की इन सभी गाड़ियां 20 लाख रुपये से अधिक कीमत की हैं। इनमें से कुछ गाड़ियों को मुख्यमंत्री की सुरक्षा और छत्तीसगढ़ के खतरों का आंकलन करते हुए बुलेट प्रूफ सिस्टम से लैस किया गया है। इसके लिए इन सभी गाड़ियों की डिजाइन को पंजाब में कस्टमाइज कराया गया है। इन सभी गाड़ियों में नेविगेशन सिस्टम, अलर्ट सिस्टम और कम्युनिकेशन के अत्याधुनिक उपकरण लगाए गए हैं। इन गाड़ियों में मुख्यमंत्री और उनके साथ चलने वाली सुरक्षा टीम चलेगी। अपनी शादी की सालगिरह मना रहे मुख्यमंत्री के काफिले में यह सभी गाड़ियां शुक्रवार को शामिल हुई है। इसे छत्तीसगढ़ सरकार का अपने मुख्यमंत्री को जन्मदिन गिफ्ट बताया जा रहा है।

यूं चर्चा में हैं सीएम काफिला :
मुख्यमंत्री के काफिले में शामिल हुई यह गाड़ियां आने के साथ ही चर्चा में आ गई हैं। दरअसल इन गाड़ियों का नंबर 0023 है। चूंकि इसी साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इन चुनावों में कांग्रेस दोबारा वापसी के लिए पूरी ताकत लगा रही है। वहीं नंबर प्लेट पर बीबी सीरीज लिखी है। इसे भी भूपेश बघेल का शार्ट फार्म बताया जा रहा है। चर्चा के मुताबिक मुख्यमंत्री बघेल के लिए नंबर 23 लकी नंबर है। यह नंबर उन्हें बेहद पसंद है। सीएम बघेल जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हुआ करते थे तो उनके पास स्कॉर्पियो थी। इस गाड़ी का नंबर भी 0023 था। उनकी एक और गाड़ी का नंबर भी 0023 रहा है।

चार साल पुरानी कार में कर रहे थे सफर :
सीएम बघेल अब तक चार साल पुरानी पजेरो स्पोर्ट्स मॉडल एसयूवी में सफर कर रहे थे। इस गाड़ी को पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने काफिले में शामिल कराया था। उस समय सरकार ने इन सभी गाड़ियों का नंबर 004 रखा था। यह नंबर भी उस समय काफी चर्चा में रहे थे। दरअसल तब डॉक्टर रमन सिंह अपनी चौथी पारी खेलने जा रहे थे। हालांकि वह चुनाव हार गए थे।