रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। वृंदावन वाले सदगुरु ऋतेश्वर महाराज फ़िलहाल प्रदेश की राजधानी रायपुर आए हुए हैं। एक निजी होटल में मीडिया से बातचीत करते हुए ऋतेश्वर महाराज ने कहा कि ‘मैकाल के शिक्षा व्यवस्था में भारत को गुलाब बनाना है। एक साजिश के तहत पढ़ाया जाता है। बाबर और औरंगजेब को इतिहास बताया गया और राम-कृष्ण को काल्पनिक। इसलिए हमारी मांग है कि सनातन शिक्षा बोर्ड का गठन हो। सनातन शिक्षा ही पढ़ाया जाए।
बागेश्वर धाम सरकार पर सदगुरु ऋतेश्वर महाराज बोले की सबसे बड़ा चमत्कार है ‘ज्ञान’, सिद्धि से इंकार मैं नही करता है। अगर इनकार करना मतलब रामायण महाभारत को नकारना पड़ेगा। सिद्धि का मतलब एक विशेष विद्या है। अलौकिक शब्द मतलब जो नही दिखता। वो किसी को बुलाते नहीं है लोग खुद ही आ जाते है। भारत लोकतांत्रिक देश है, जनता जिसके पास जाकर प्रवचन सुनना चाहती है सुन सकती है। रामचरित मानस पर रित्तेश्वर महाराज ने कहा कि कारण वोट बैंक है तो इसकी निंदा होनी चाहिए। भारत ने सती प्रथा समाप्त का दिया है। सनातन संस्कृति विराट है। किसी की जनभावना का अनादर नहीं होता है। जाति व्यवस्था के कारण उत्पीड़न हुआ है। अपवाद कभी नियम नहीं हो सकते।
धर्मांतरण को रितेश्वर महाराज ने सबसे बड़ा अपराध माना है। उन्होंने कहा कि चंद आटा की थैली पर धर्मांतरण होता है। जब चार बोरी आटा जाएगा तो सब वापस आ जाएंगे।