नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। सुप्रीम कोर्ट ने हिंडनबर्ग रिपोर्ट की जांच और मौजूदा नियामक तंत्र की बेहतरी पर सुझाव देने के लिए कमेटी के गठन पर अपना फैसला सुनाया। शीर्ष अदालत ने कहा भारतीय निवेशकों की संरक्षण के लिए जांच जरूरी है। उच्चतम न्यायालय ने सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व जज जस्टिस अभय मनोहर सप्रे के नेतृत्व में कमेटी गठित की। सुप्रीम कोर्ट पहले ही साफ कर चुका था कि कोर्ट अपनी तरफ से कमेटी बनाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस अभय मनोहर सप्रे के नेतृत्व में कमेटी बनाई। कमेटी के अन्य सदस्य, ओपी भट्ट, जस्टिस जेपी देवधर, केवी कामथ, नंदन निलकेनी, शेखर सुंदरेशन शामिल होंगे।