शाहजहांपुर/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर और संभल जिले में होली पर्व को देखते हुए मस्जिदों और मदरसों को ढंकने का काम शुरू हो गया है। शाहजहांपुर में 67 मस्जिद और मजारों के अलावा संभल में आठ मस्जिदों को ढंका जा रहा है। यह कवायद प्रस्तावित लाट साहब के जुलूश को देखते हुए शुरू किया गया है। प्रशासन को आशंका है कि इस जुलूश के दौरान उपद्रवी तत्व मस्जिदों पर रंग फेंक सकते हैं। इससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। वहीं मुस्लिम धर्मगुरुओं ने आपत्ति जताई है। कहा कि इतना ही डर है तो सुरक्षा बढ़ाकर उपद्रवी तत्वों पर नकेल कसी जा सकती है। बता दें कि शाहजहांपुर में होली के मौके पर लाट साहब के दो जुलूस निकलते हैं। इसमें छोटे लाट साहब का जुलूश सराय काईयां मोहल्ले से शुरू होकर शहर के कई क्षेत्रों से होते हुए वापस सरायकाईयां आता है और पुलिस चौकी पर इसका समापन किया जाता है।
8 किमी है बड़े जुलूश का रूट :
वहीं बड़े लाट साहब का जुलूस चौक से शुरू होकर कोतवाली आता है। यहां कोतवाल उनको सलामी और नेग देते हैं। इसके बाद जुलूश रोशनगंज, बेरी चौकी, अंटा चौराहा होते हुए बाबा विश्वनाथ मंदिर पर संपन्न होता है। यह रुट करीब आठ किमी का है। इन दोनों जुलूस के रास्ते में 67 मस्जिद और मजार पड़ते हैं, नगर निगम ने इन सभी को तिरपाल से ढक दिया है।
संभल में एकादशी के रंग से खतरा :
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक संभल में रंग एकादशी का जश्न होता है। इस दौरान खूब रंग खेला जाता है। इसी प्रकार खाटू श्याम बाबा की झांकी भी निकलती है। इस रुट पर कुल 7 मस्जिद और एक मदरसा हैं। इन सभी को तिरपाल से ढंक दिया गया है। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर बैरिकेटिंग की गई है।
सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की आशंका :
प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक जुलूश और रंग एकादशी के दौरान आशंका है कि कोई उपद्रवी तत्व मस्जिद या मजारों पर रंग ना फेंक दे। इससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है। ऐसे प्रशासन ने एहतियातन सभी मस्जिदों और मदरसों को कवर करा दिया है। जबकि शाहजहांपुर शहर के इमाम हुजूर अहमद मंजरी ने इसे गलत बताया। उन्होंने कहा कि मस्जिद और मजारों को ढकने से भय का माहौल बनता है। उन्होंने बताया कि पहली बार चार पांच साल पहले जुलूश के दौरान धार्मिक स्थलों को ढंका गया था। लेकिन अब प्रशासन ने इसे परंपरा बना दिया है।
प्रशासन को दिया ज्ञापन :
मुस्लिम समाज ने इस परंपरा के खिलाफ जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। मौलाना कासिम रजा खां के मुताबिक धार्मिक स्थलों को ढंकने की परंपरा हाल में शुरू हुई है। यह गलत है। इससे दुनिया में गलत मैसेज जाता है। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए बीते सप्ताह उन्होंने डीएम को ज्ञापन दिया था। लेकिन प्रशासन का ध्यान इधर है ही नहीं। उधर, सिटी मजिस्ट्रेट शाहजहांपुर आशीष कुमार सिंह ने बताया कि यह कवायद एहतियातन है। प्रयास किया जा रहा है कि धार्मिक कार्यक्रम भी शांति पूर्वक संपन्न हो जाए और किसी की धार्मिक भावनाओं को कोई ठेस भी न लगे।