चेन्नई/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों पर कहर टूट पड़ा है। मजदूरों के खिलाफ भड़की हिंसा में अब तक दस से अधिक लोगों की हत्या का दावा किया जा रहा है। वहां फंसे मजदूर वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगा रहे हैं। कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। किसी में मजदूरों को सड़क पर पीटा जा रहा है तो कहीं ट्रेन में घुसकर भी युवकों से पूछा जा रहा है कि वह हिंदी बोलते हैं यां कौन हैं। हिंदी बोलने वालों की पिटाई की जा रही है। तमिलनाडु में ही काम करने वाले एक युवक कंचन रविदास से गुरुवार की सुबह फोन पर मीडिया से बात की। कंचन ने बताया कि उसका टिकट था तो पांच दिन पहले ही वह गांव लौट आया है। कंचन ने कहा कि ठेकेदार कहते हैं कि हिंदी वाले यहां से भागो। काम नहीं है। अगर ऐसा है तो इसके लिए टाइम देना चाहिए। कंपनी अगर नहीं रखेगी तो हम लोग चले जाएंगे, लेकिन वहां के कुछ जो लफंगे हैं वह रास्ते में पकड़-पकड़कर चाकू मार रहे हैं। ऐसा लगता ही नहीं है कि वह इंसान को मार रहे हैं, लगता है कि किसी बकरे को मार रहे हैं।

कितने लोगों की हत्या हुई?
फोन पर कंचन रविदास ने बातचीत में बताया कि दस से ज्यादा हत्या हो चुकी होगी। उसने बताया कि बिहार के कई जिले के लोग फंसे हैं। जमुई, नवादा, लखीसराय, बांका, सीतामढ़ी, आरा समेत कई जिलों के लोग हैं। किसी एक जिले के नहीं हैं। कहा कि प्रशासन की ओर से मदद नहीं मिल रही है। घटना हुई तो पुलिस को आना चाहिए लेकिन नहीं आती है। मीडिया आती है चली जाती है। कर्फ्यू भी नहीं लगाया जा रहा है।

एफआईआर तक नहीं हो रही :
कंचन रविदास ने कहा कि वह तो गांव आ चुका है लेकिन वहां रहने वाले उसके साथी से बात हुई है। वह अभी सुरक्षित है। आगे कहा कि घटना में वहां कोई एफआईआर भी नहीं ले रहा है। अगर हिंदी में वहां कोई बोल दे रहा है तो मारना शुरू कर देते हैं। महिला मजदूर भी हैं वहां। औरतों को तो अभी तक नहीं मारा है।

सीएम नीतीश कुमार ने लिया संज्ञान :
तमिलनाडु की घटना को लेकर सीएम ने गुरुवार को ट्वीट किया। कहा कि उन्हें समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है। उन्होंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे बिहार के मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

सदन में उठा मुद्दा, विपक्ष का वॉकआउट :
तमिलनाडु में बिहारी मजदूरी की हत्या और उनकी पिटाई का मामला गुरुवार को बिहार विधानसभा में उठा। सदन के अंदर नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि दर्जन भर बिहारी मजदूरों की तमिलनाडु में हत्या कर दी गई है। सदन में इस पर चर्चा करना चाहते थे लेकिन डिप्टी सीएम और सीएम मौजूद नहीं हैं। कोई मंत्री बोलने को तैयार नहीं है। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सीएम नीतीश तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाएं। हत्या के लिए सरकार जिम्मेदार है।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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