चंडीगढ़/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। पंजाब की गोइंदवाल साहिब जेल में मूसेवाला हत्याकांड को अंजाम देने वाले आरोपियों के बीच हुई गैंगवार के बाद ‘जश्न’ का वीडियो वायरल होने के बाद राज्य की मान सरकार हरकत में आ गई है। सरकार ने जेल अधीक्षक समेत सात पुलिकर्मियों को निलंबित कर दिया है। इनमें से पांच पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के दौरान लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार भी कर लिया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो को लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य सचिन भिवानी ने बनाया था। 26 फरवरी के दिन जेल में हुए गैंगवार की घटना का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो के वायरल होते ही जेलों की सुरक्षा को लेकर मान सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई। वीडियो में लॉरेंस के बदमाश मूसेवाला हत्याकांड के दो आरोपियों को मारने के बाद ‘जश्न’ मनाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में गैंगस्टर एक दूसरे बातें कर रहे हैं और चेहरे पर हंसी दिखाई दे रही है।
वायरल हो रहे वीडियो में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य सचिन भिवानी, अंकित सेसरा समेत कई बदमाश जग्गू भगवानपुरिया गैंग के सदस्य तूफान और मनमोहन को मारने के बाद शेखी बघारते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को जेल में हुई गैंगवार की घटना के ठीक बाद शूट किया गया है। वीडियो में कथित तौर पर तूफान और मनमोहन के शव जेल परिसर में ही पड़े हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्य जश्न मना रहे हैं और अपने विरोधियों को गालियां भी देते नजर आ रहे हैं। रविवार शाम को पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने कहा है कि गोइंदवाल साहिब जेल के अधीक्षक इकबाल सिंह बराड़, अतिरिक्त अधीक्षक विजय कुमार और जसपाल सिंह खैड़ा, दो एएसआई हरचरण सिंह और जोगिंदर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल सुरींदर सिंह और जेल एएसपी हरीश कुमार को कार्यों में लापरवाही को लेकर सस्पेंड कर दिया गया है।
गिल ने कहा कि बराड़, विजय कुमार, खैरा, हरचरण, जोगिंदर और हरीश कुमार को गैंगस्टरों से जुड़े वायरल वीडियो मामले में आरोपी बनाया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। गिल ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवंत मान के निर्देश पर हुई यह कार्रवाई इस बात के संकेत हैं कि राज्य के किसी भी जेल में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।