नई दिल्ली/रायपुर। कुणाल सिंह ठाकुर। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की पुलिस ने राजस्थान और उत्तर प्रदेश में हथियार सप्लाई करने वाले एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने सराय काले खां के पास घेराबंदी कर इस गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इस गिरोह के पास से 12 कंट्रीमेड सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद किए हैं। हथियारों की यह खेप दिल्ली के एक गैंप को आपूर्ति होनी थी। लेकिन समय रहते सूचना मिलने पर सक्रिय हुई पुलिस ने लेनदेन से पहले ही इस गिरोह को दबोच लिया है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को शुक्रवार को दिल्ली के सराय काले खां में हथियारों की डील होने की सूचना मिली थी। इसमें बताया गया था कि मध्य प्रदेश में छतरपुर के रहने वाले दो हथियार तस्कर हथियारों की खेप लेकर दिल्ली पहुंच रहे हैं। इस गैंग की ओर से ही हाशिम बाबा गैंग समेत अन्य गैंग को हथियारों की आपूर्ति की जाती है। इस सूचना पर पुलिस ने सराय काले खां बस अड्डे के पास घेराबंदी की और जैसे ही गिरोह के बदमाश खेप लेकर पहुंचे, पुलिस दस्ते ने उन्हें काबू कर लिया। पुलिस के मुताबिक इन बदमाशों की पहचान मोहम्मद अजीज और अरशद खान के रूप में हुई है।

पुलिस ने बताया कि इन बदमाशों की ओर से राशिद केबल वाला के साथी दिनेश को हथियारों की खेप दी जानी थी। इसके लिए दिनेश भी मौके पर पहुंच गया था, लेकिन वह पुलिस के ट्रैप से निकल भागने में सफल रहा। वहीं पुलिस ने खेप लेकर दोनों बदमाशों को दबोच कर पूछताछ की तो इन्होंने बताया कि वह करीब तीन साल से अलग-अलग गैंग के बदमाशों को सैकड़ों की संख्या में हथियारों की आपूर्ति कर चुके हैं। दस हजार में खरीद कर 35 हजार में बेचते थे।

पुलिस की पूछताछ में हथियार तस्करों ने बताया कि वह गैर लाइसेंसी हथियारों की खरीद मध्य प्रदेश से करते थे। वहां अवैध रूप से हथियार बनाने की फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं। इन फैक्ट्रियों से वह दस से 12 हजार में हथियारों की खरीद करते हैं और उसे दिल्ली एनसीआर में लाने के बाद 35 से 50 हजार रुपये में बेच देते हैं। पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह ऑन डिमांड हथियार मंगाते हैं और विभिन्न गैंग को सप्लाई करते हैं। इसमें कंट्रीमेड सेमी ऑटोमेटिक और फुली ऑटोमेटिक पिस्टल, असेंबल राइफल, रिवाल्वर, सिक्सर और माउजर आदि शामिल है। पुलिस के मुताबिक यह बदमाश विभिन्न गैंग की मांग पर फॉरेन मेड हथियार भी मंगाकर आपूर्ति करते हैं।

By Kunaal Singh Thakur

KUNAL SINGH THAKUR HEAD (प्रधान संपादक)

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